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किसी दौर में काफी हरा-भरा था सहारा रेगिस्तान, होती थी बेशुमार बारिश

जयपुर। सहारा रेगिस्तान को इस समय दुनिया का सबसे बड़ा और गर्म तपता हुआ रेगिस्तान माना जाता है। अफ्रीका महाद्वीप में पाया जाने वाला यह मरुस्थल भले की आज के दौर में बंजर सहरा बन चुका है, मगर किसी जमाने में यह हिस्सा भी हरा भरा होता था। जी हां, हाल ही में किए गए
किसी दौर में काफी हरा-भरा था सहारा रेगिस्तान, होती थी बेशुमार बारिश

जयपुर। सहारा रेगिस्तान को इस समय दुनिया का सबसे बड़ा और गर्म तपता हुआ रेगिस्तान माना जाता है। अफ्रीका महाद्वीप में पाया जाने वाला यह मरुस्थल भले की आज के दौर में बंजर सहरा बन चुका है, मगर किसी जमाने में यह हिस्सा भी हरा भरा होता था। जी हां, हाल ही में किए गए शोध से यह पता चला है कि आज से लगभग 5,000 से 11,000 साल पहले सहारा रेगिस्तान पूरी तरह से सरसब्ज़ इलाका था।किसी दौर में काफी हरा-भरा था सहारा रेगिस्तान, होती थी बेशुमार बारिश

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चौंक गए न आप भी। दरअसल शोध से यह मालूम चला है कि हजारों बरस पहले यह क्षेत्र बहुत ही हरा-भरा हुआ करता था। आज के मुकाबले इस रेगिस्तान में उस जमाने में दस गुना ज्यादा वर्षा होती थी। एक नए अध्ययन में यह सनसनीखेज खुलासा किया गया है। सहारा रेगिस्तान में उस जमाने में काफी शिकारी भी निवास करते थे। शोध के मुताबिक ये शिकारी रोजी रोटी के लिए जानवरों का शिकार करते थे। साथ ही पेड़-पौधों का भी शाकाहार के रूप में इस्तेमाल करते थे।किसी दौर में काफी हरा-भरा था सहारा रेगिस्तान, होती थी बेशुमार बारिश

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यूनिवर्सिटी ऑफ अरिजोना के शोधकर्ताओं ने यह नायाब शोध किया है। मुख्य शोधकर्ता जेसिका टी बताती है कि मौजूदा दौर के मुकाबले उस दौर में सहारा मरुस्थल में 10 गुना ज्यादा बारिश हुआ करती थी। फिलहाल तो सहारा में बारिश के नाम पर केवल सूखा ही रहता है। इस दौर को ग्रीन सहारा काल नाम दिया गया है।किसी दौर में काफी हरा-भरा था सहारा रेगिस्तान, होती थी बेशुमार बारिश

पुरातात्विक प्रमाणों की माने तो हरित काल में सहारा में भारी मात्रा में इंसानी आबादी रहा करती थी। शोध में पता चला है कि जब धीरे धीरे सहारा सूखने लगा तो फिर इंसानों का पलायन भी शुरू हो गया। हालांकि इन जीवाश्मों को फिलहाल निर्णायक नहीं माना जा सकता है, क्योंकि अभी तक इनकी प्रमाणिकता जांचने का काम पूरा नही हुआ है।किसी दौर में काफी हरा-भरा था सहारा रेगिस्तान, होती थी बेशुमार बारिश

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