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इस मंदिर में है इतना खजाना कि हर भारतीय की भर जाएंगी जेबें, शेषनाग करता है रक्षा!

हमारे देश में मंदिरों में दान देने की परंपरा अत्यंत प्राचीन है। यहां सदियों से श्रद्धालु भगवान को दान अर्पित करते आ रहे हैं। दान से भरे भंडार के मामले में विभिन्न मंदिर काफी सुर्खियों में रहते हैं। खासकर केरल में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर। यह मंदिर सोने—चांदी के भंडार और दान में मिली नकदी के
इस मंदिर में है इतना खजाना कि हर भारतीय की भर जाएंगी जेबें, शेषनाग करता है रक्षा!

हमारे देश में मंदिरों में दान देने की परंपरा अत्यंत प्राचीन है। यहां सदियों से श्रद्धालु भगवान को दान अर्पित करते आ रहे हैं। दान से भरे भंडार के मामले में विभिन्न मंदिर काफी सुर्खियों में रहते हैं।

खासकर केरल में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर। यह मंदिर सोने—चांदी के भंडार और दान में मिली नकदी के कारण काफी चर्चा में रहा है।

हालांकि मंदिर में मौजूद भंडार का कुल मूल्य भी विवादों में रहा है, लेकिन इसकी मात्रा कई करोड़ों में है। कई स्थानीय श्रद्धालु मानते हैं कि प्राचीन काल से लेकर अब तक मंदिर में जितना भी दान आया है, अगर उसका मूल्य निकालकर देशवासियों में ईमानदारी से वितरित किया जाए तो सभी की जेबें भर सकती हैं।

यह दावा कुछ अजीब लग सकता है, लेकिन यह भी सच है कि पद्मनाभस्वामी मंदिर को प्राचीन काल से ही विपुल मात्रा में चढ़ावा और दान प्राप्त होता रहा है। इसका खजाना मीडिया में खासी सुर्खियां बटोर चुका है।

मंदिर में मुख्यत: छह दरवाजे हैं। प्रत्येक दरवाजा धन के भंडारों से परिपूर्ण है। मंदिर से कई विचित्र मान्यताएं भी जड़ी हैं। कहा जाता है ​कि छठे दरवाजे में सबसे ज्यादा धन है। यह भी माना जाता है कि उस दरवाजे का रक्षक स्वयं शेषनाग है। अत: उसे पार करना आसान नहीं है। इसे खोलने के लिए तंत्र विद्या के साथ एक खास मंत्र की जरूरत होती है। बहरहाल यह मंदिर अपने खजाने और मान्यताओं के लिए प्रसिद्धि पा चुका है।

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