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शनिदेव का अनोखा मंदिर, जहां नेता और सरकारी अफसरों के प्रवेश पर है पाबंदी

हमारे देश के प्राय: हर गांव—शहर में शनिदेव के मंदिर हैं। आम श्रद्धालु वहां दर्शन—पूजन के लिए जाते हैं। श्रद्धालुओं के लिए पूजन के कुछ नियम अवश्य होते हैं, परंतुु शनि महाराज का एक मंदिर अपने विशेष नियमों के लिए जाना जाता है। यहां आम नागरिकों को तो प्रवेश का अधिकार है, लेकिन राजनेताओं और
शनिदेव का अनोखा मंदिर, जहां नेता और सरकारी अफसरों के प्रवेश पर है पाबंदी

हमारे देश के प्राय: हर गांव—शहर में शनिदेव के मंदिर हैं। आम श्रद्धालु वहां दर्शन—पूजन के लिए जाते हैं। श्रद्धालुओं के लिए पूजन के कुछ नियम अवश्य होते हैं, परंतुु शनि महाराज का एक मंदिर अपने विशेष नियमों के लिए जाना जाता है।

यहां आम नागरिकों को तो प्रवेश का अधिकार है, लेकिन राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों के लिए सख्त मनाही है।

यह मंदिर यूपी के कानपुर में यूनिवर्सिटी के पीछे है। यहां शनिदेव विराजमान हैं। मंदिर का नाम है— भ्रष्ट तंत्र विनाशक शनि मंदिर। इस मंदिर का लोकार्पण भी एक दिव्यांग से करवाया गया था।

मंदिर में शनिदेव की तीन प्रतिमाओं के साथ ब्रह्माजी की प्रतिमा भी स्थापित है। दर्शन करने पर ऐसा प्रतीत होता है कि ब्रह्माजी की दृष्टि शनिदेव पर है। वहीं हनुमानजी की प्रतिमा भी विराजमान है।

मंदिर में कुछ सरकारी अधिकारियों, मंत्री—राजनेताओं के चित्र लगे हुए हैं। उन्हें इस तरह स्थापित किया गया है ताकि शनिदेव की दृष्टि इन चित्रों पर हो।

चूंकि ज्योतिष में शनिदेव को न्याय का कारक माना गया है। न्याय के लिए शनिदेव की दृष्टि पर्याप्त है, इसलिए श्रद्धालुओं का मानना है कि नेता—अफसरों पर दृष्टि होने से वे निरंकुश नहीं होंगे। उन्हें सदैव शनि का खौफ सताता रहेगा और वे जनता के हित में कार्य करेंगे।

श्रद्धालुओं का कहना है कि इस मंदिर में आने से नेता और अफसर भी डरते हैंं। वहीं नेताओं—अफसरों की तस्वीरें शनिदेव के सामने होने के कारण उनके दिलों में भय रहता है कि कहीं शनिदेव के प्रकोप से कुछ अनिष्ट न हो जाए।

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