शर्मीले स्वभाव का ये पहलवान भी किसी को पहली नजर में ही दे बैठा था दिल
भारत में कुश्ती को एक नया मुकाम मिल रहा है अब उसे भी उतना तवज्जो दिए जाने का काम किया जा रहा है जितना किसी अन्य खेल को दिया जाता है। सुशील कुमार का ऐसी पहलवान के रुप में आता है जिन्होंने अपनी खेल प्रतिभा को के दम पर भारत को गौरवन्वित करने काम किया है ।
बता दें की सुशील कुुमार का जन्म भी आज के दिन ही यानि 26 मई 1983 को नजफगढ़ के एक गांव बापरोला 1983 में हुआ था। इनके परिवार में ये सबसे बड़ें थे। बताया जाता है कि इन्हें सुशील को बचपन से कुश्ती पसंद थी, और उनका लक्ष्य ओलम्पिक में मेडल हासिल करने का था।
इन्होंने मात्र 14 की उम्र में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम से अखाड़ा में कुश्ती का प्रशिक्षण लिया। इन्होंने अपनी स्नातक की पड़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है। इन्होंने पहलवानी से पहले रेल विभाग में भी काम किया है। बता दें की सुशील ने जब कुश्ती खेलन शुरु किया तब इसका इतना क्रेज नहीं था।
इन्होंने विश्व चैंपियंसशिप FILA से 66 किलोग्राम फ्री स्टाइल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया था। ये गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने थे । सुशील के बारे में आपको एक बात हैरान करने देने वाली मिल सकती है कि सुशील ने अपनी पत्नि सावी को शादी से पहले देखा ही नहीं था।
सावी सुशील के गुरु की बेटी थी, जिनके जहां सुशील ट्रेनिंग के लिए जाया करते थे। पर सुशील ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया है कि जब सावी को उन्होंने शादी के बाद देखा तभी उनको पहली नजर में प्यार हो गया। सुशील कुमार अपने आप को बहुत ही शर्मीली मिजाज का बताते हैं।
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