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भारत के “Golden Years” हर खिलाड़ी लाता था सोना ही सोना! पढ़िए ओलंपिक दिवस स्पेशल

भारत जैसे देश में भले क्रिकेट बहुत ज्यादा अहमियत रखता हो पर, ओलम्पिक भी इसके लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है । ओलम्पिक को खेलों का महाकुंभ कहा जाता है, जिसे भारत के साथ ही दुनिया भर के देश भाग लेते हैं । आज का दिनों खेलों के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण है , क्योंकि
भारत के “Golden Years” हर खिलाड़ी लाता था सोना ही सोना! पढ़िए ओलंपिक दिवस स्पेशल

भारत जैसे देश में भले क्रिकेट बहुत ज्यादा अहमियत रखता हो पर, ओलम्पिक भी इसके लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है । ओलम्पिक को खेलों का महाकुंभ कहा जाता है, जिसे भारत  के साथ ही दुनिया भर के देश भाग लेते हैं । आज का दिनों खेलों के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण है , क्योंकि आज के दिन को विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस के रुप में मनाया जाता है ।

बता दें की अंतरराष्ट्रीय दिवस की शुरुआत 1948  में हुई थीं, इससे पहले सन 1894 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति का गठन हुआ और ठीक दो साल बाद 1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में पहले ओलंपिक गेम्स का आयोजन किया गया । उस दौरान 43 स्पर्धाओं में 14 देशों के 241 एथलीट्स ने भाग लिया था। और 2016ओलंपिक गेम्स तक आते आते 306 खेल के साथ 207 देश इसमें भाग लेने लगे ।

भारत का  प्रदर्शन –
बता दें की भारत ने सर्वप्रथम पहली बार 1900 में पेरिस समर ओलंपिक में भाग लिया ।इस गेम के महाकुंभ भारत की तरफ से पहली एथलीट ब्रिटिशमूल  की थीं। जिनका नाम नार्मन प्रिचार्ड था, इऩ्होंने 200 मीटर की दौड़ और 200 मीटर की बाधा दौड़ में,भारत को दो रजत पदक दिलाए जाने का काम किया था। भारत ने 30 ओलंपिक गेम्स में करीब 28 पदक जीते हैं।

ओलंपिक हॉकी में भारत का रिकॉर्ड अविश्वसनीय है, और बताया जाता है कि 1928 से 1956 दौर भारत के लिए स्वर्ण युग रहा, जिसमें भारत ने लगातार 6 स्वर्ण जीते । इसके अलावा 1964 और 1980 में  भी भारत ने दो स्वर्ण जीते थे। हॉकी में भारत को सबसे ज्यादा 11 मेडल मिले हैं। और साथ ही रेसलिंग में 5, शूटिंग में 4,एथलेटिक्स 2, बैडमिंटन में 2, बॉक्सिंग 2, टेनिस में 2 , वेटलिफ्टिंग में 1 पदक मिला है।

भारत लंबे समय से ओलंपिक में भाग ले रहा है पर उसे व्यक्तिगत रुप मेडल लेेने में उसे एक बार ही सफलता हाथ लगी है ,  जब अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण पदक दिलाया था , यही एक स्वर्ण पदक भारत के नाम है। इसके अलावा खाशाबा जाधव ने 1952  के ओलंपक में एक कास्य पदक भारत  के नाम किया था।

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