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विशालकाय डायनासोरों के अंत के बाद धरती पर बचे…सिर्फ ये 3 जानवर..जो आज तक हैं जिंदा, कैमरे में कैद हुए पहली बार

दुनिया की हमेशा से एक रीत रही है कि जब भी किसी जाति का अंत हुआ है तब-तब इस धरती पर उसी जाति के अवशेषों से किसी दूसरी जाति ने जन्म लिया है, चाहे उनका आकार, रंग-रूप उनसे कुछ अलग ही क्यों ना हो। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार 90 प्रतिशत मेंढ़को
विशालकाय डायनासोरों के अंत के बाद धरती पर बचे…सिर्फ ये 3 जानवर..जो आज तक हैं जिंदा, कैमरे में कैद हुए पहली बार

दुनिया की हमेशा से एक रीत रही है कि जब भी किसी जाति का अंत हुआ है तब-तब इस धरती पर उसी जाति के अवशेषों से किसी दूसरी जाति ने जन्म लिया है, चाहे उनका आकार, रंग-रूप उनसे कुछ अलग ही क्यों ना हो। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार 90 प्रतिशत मेंढ़को की प्रजाति आज इसलिए जीवित है क्योंकि जब डायनासोर के अंत के समय जो विस्फोट हुआ था उस विस्फोट में तीन मेंढ़क बच गए थे।

उन तीन मेंढ़कों की ही वजह से आज पृथ्वी पर 90 प्रतिशत से अधिक मेंढ़क जीवित है। माना जाता है कि यह तीन मेंढ़क क्रैटासीओस टैर्टरी मॅास एक्सटिक्शन जिसे सरल भाषा में कहें चो के.टी. एक्सटिक्शन भी कहते हैं उसकी वजह से बच गए थे।

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शोधकर्ता कहते हैं कि उन्हें लगता था कि उस हादसे के बाद पूरी दुनिया काफी तरह से खराब हो गई थी। लेकिन दुनिया की हालत तब कुछ सुधरी जब वनस्पति का आगमन हुआ और एंजियोस्पर्म का वर्चस्व हुआ। ये भी पढ़ें डायनासोर के जमाने का ये सांप है दुनिया का सबसे जहरीला और खतरनाक

मगर इन सब से छुपकर एक औऱ जाति इस धरती पर पनप रही थी जो थी मेंढ़कों की। शोधकर्ताओं के अनुसार उन्होंने 44 मेंढ़को से लिए गए 95 जीन्स पर परीक्षण किए जो दुनिया भर के 55 मेंढ़क परिवार से थे। इन मेंढ़को की जातियों के आपस में तालमेल से ही आज हमारे बीच मेंढ़क का अस्तित्व है।

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