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"यूनिवर्सिटी को शेल्टर होम नहीं बना सकते"

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रसंघ को नोटिस जारी किया है। जेएनयू के छात्र-छात्रों को दिल्ली हिंसा के पीड़ितों को आश्रय देने को लेकर चेताया गया है। जेएनयू प्रशासन ने नोटिस जारी कर विश्वविद्याल के छात्र-छात्राओं को चेताया है।
"यूनिवर्सिटी को शेल्टर होम नहीं बना सकते"

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शुक्रवार को छात्रसंघ को नोटिस जारी किया है। जेएनयू के छात्रछात्रों को दिल्ली हिंसा के पीड़ितों को आश्रय देने को लेकर चेताया गया है। जेएनयू प्रशासन ने नोटिस जारी कर विश्वविद्याल के छात्र-छात्राओं को चेताया है। जेएनयू की ओर से जारी नोटिस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने चेतावनी जारी की है। नोटिस देकर कहा गया है कि ऐसे किसी भी प्रयास में शामिल छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाने को लेकर कहा गया है।

"यूनिवर्सिटी को शेल्टर होम नहीं बना सकते"

नोटिस में कहा गया है कि “सख्ती से इस वजह से सलाह  दी जा रही है कि आप ऐसी कोई भी गतिविधि में शामिल नहीं हो। यदि आप इसे नहीं माने तो आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाई की जा  सकती है। ये भी सलाह दी गई है कि जेएनयू जैसे शैक्षणिक संस्थान को अध्ययन का केंद्र बनाए रखें। इसे शेल्टर होम नहीं बना सकते हैं।”

"यूनिवर्सिटी को शेल्टर होम नहीं बना सकते"

दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में पिछले तीन दिनों तक भड़की हिंसा को लेकर पुलिस ने अब तक 123 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हिंसा भड़काने वाले 630 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उत्तर पूर्वी इलाके में अब शांति है। पुलिस ने कहा है कि नफरत बढ़ाने वाले संदेश भेजना भी अपराध है।

दिल्ली हिंसा की आगजनी में दर्जनों लोगों की मौत के जख्मों को परिजन जीवन में भूल नहीं पाएंगे। हिंसा को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही है।

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जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रसंघ को नोटिस जारी किया है। जेएनयू के छात्र-छात्रों को दिल्ली हिंसा के पीड़ितों को आश्रय देने को लेकर चेताया गया है। जेएनयू प्रशासन ने नोटिस जारी कर विश्वविद्याल के छात्र-छात्राओं को चेताया है। "यूनिवर्सिटी को शेल्टर होम नहीं बना सकते"

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