चैंपियंस ट्रॉफी हारते ही इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर की दिमाग की नसें हुईं टाइट, भींचकर मुट्ठी, बोला, खुलेआम धोखेबाजों के साथ करो ऐसा सलूक
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत फाइनल में मिली करारी हार के बात आलोचनाओं का दौर शुरु हो गया है, भारत को इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने बुरी तरह हराया । और सबसे बड़ी बात इस फाइनल में भारत का एक भी गेंदबाज कुछ खास कमाल न कर सका। और टीम के गेंदबाजों को लेकर तमाम की आलोचना भरी बातें की जा रही हैं।
देश में गेंदबाजों के प्रदर्शन को लेकर एक बहस छिड़ गई है, इस दिग्गज क्रिकेटरों के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है । बहस इस क्रम राहुल द्रविड़ का भी नाम जुड़ा गया है उन्होंने प्रमुख रुप से चैंपियंस ट्रॉफी में स्पिनरों के प्रदर्शन को लेकर बात की है ।
फाइनल के मैच मेें भारतीय स्पिनर पूरी तरह फेल दिखे, और टीम इंडिया के मुख्य स्पिनर जडेजा और आश्विन को एक भी विकेट नहीं मिला। साथ इस मैच में अश्विन ने 10 ओवर में 70 रन दिए और जडेजा ने 10 ओवर में 67 रन दिए । इस मैच में भारतीय स्पिनर गेंद बाजों का मिडिल ओवर पूरी तरफ नाकाम रहाफ, और एक विकेट हाथ नहीं लगा ।
पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने इस मैच में आखिरी ओवर तक खुलकर बल्लेबाजी की , और 338 रन का स्कोर भारत का सामने खड़ कर दिय़ा। आपको बता दें की चैंपियंस ट्रॉफी 3 मैच को खेलते हुए अश्विन ने 1 विकेट लिया और जडेजा ने 5 मैच खेलकर 4 विकेट लिए ।
अब स्पिनर के ऐसे प्रदर्शन को लेकर बहस हो रही है , इस संदर्भ रखकर राहुल द्रविड़ ने भी कहा है कि ‘ क्रिकेट तेजी से बदल रहा है, और मिडिल ओवर में विकेट लेना बेहद जरुरी हो गया है ।पर अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आखिरी ओवरों में आप बहुत रन देंगे । साथ ही राहुल ने कहा कि अब मुझे लगता है कि हमे एक रिस्ट स्पिनर की तलाश करें या फिर ऐसे स्पिनर की जो तेेज पिचों पर भी विकेट ले सके।