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Vidyamandir Classes ऑनलाइन लेक्चर सीरीज ‘लेक्चर्स फॉर लीजेंड्स’ का करेगी आयोजन

आईआईटी-जेईई और एनईईटी की तैयारी के लिए एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान विद्यामंदिर क्लासेस भारत में चिकित्सा के क्षेत्र में विभिन्न प्रसिद्ध चेहरों के साथ व्याख्यान की एक श्रृंखला आयोजित कर रही हैं, जिसे ‘लेक्चर्स फॉर लीजेंड्स” नाम दिया गया है। पहला लेक्चर 4 अप्रैल को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित के.के. अग्रवाल के साथ आयोजित
Vidyamandir Classes ऑनलाइन लेक्चर सीरीज ‘लेक्चर्स फॉर लीजेंड्स’ का करेगी आयोजन

आईआईटी-जेईई और एनईईटी की तैयारी के लिए एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान विद्यामंदिर क्लासेस भारत में चिकित्सा के क्षेत्र में विभिन्न प्रसिद्ध चेहरों के साथ व्याख्यान की एक श्रृंखला आयोजित कर रही हैं, जिसे ‘लेक्चर्स फॉर लीजेंड्स” नाम दिया गया है। पहला लेक्चर 4 अप्रैल को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित के.के. अग्रवाल के साथ आयोजित किया जाएगा। वह इलेक्शन कंफेडरेशन ऑफ मेडिकल एसोसिएशन ऑफ एशिया एंड ओशिनिया के अध्यक्ष हैं।

इस श्रृंखला का उद्देश्य विभिन्न मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को तैयारी के सही दृष्टिकोण के साथ मार्गदर्शन करना है।

अग्रवाल फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स और अन्य को कोविड-19 से खुद को बचाने के बारे में और वैक्सीन के बारे में बताएंगे।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) 1: 1000 के मानक अनुपात (डॉक्टर टू पोपुलेशन रेशियो) की सिफारिश करता है।

डेटा से पता चलता है कि भारत के 28 राज्यों में से केवल 11 ही डब्ल्यूएचओ की सिफारिश को पूरा करते हैं, जबकि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कोई भी इस डेटा का हिस्सा नहीं है।

इसलिए, मांग-आपूर्ति के अंतर को दूर करने की आवश्यकता है और यह श्रृंखला चिकित्सा पेशे के महत्व पर छात्रों को ज्ञान प्रदान करके इस खाई को पाटने की दिशा में एक पहल है।

यह कार्यक्रम वर्चुअली आयोजित किया जाएगा और लगभग 1,000 डॉक्टरों और 7,000 छात्रों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है।

सौरभ कुमार, निदेशक अकादमिक विद्यामंदिर क्लासेस, इस कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे और मेडिकल एस्पिरेंट्स को उनकी क्षमताओं के अनुसार सही स्ट्रीम का पता लगाने में मदद करेंगे।

इस अवसर पर बोलते हुए, विद्यामंदिर क्लासेस के संस्थापक बृजमोहन ने कहा, “हम अपने छात्रों को सर्वोत्तम गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं, जो बदले में हमें उनके परिणामों से गर्व कराते हैं। इसलिए, हम छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र की व्यावहारिकता के बारे में और जागरूक करने के लिए इस श्रृंखला को शुरू कर रहे हैं। यह ज्ञानवर्धक श्रृंखला न केवल छात्रों को बल्कि इंडस्ट्री के वर्तमान चिकित्सकों को भी मदद करेगी।”

न्रूूज सत्रोत आईएएनएस

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