Samachar Nama
×

वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही पंचांग के मुताबिक इस साल वैशाख मास की अमावस्या 11 मई दिन मंगलवार यानी की कल पड़ रही हैं इस साल वैशाख अमावस्या के दिन तीन विशेष योग बन रहे हैं इसलिए इसका महत्व अधिक हो गया हैं। मंगलवार के दिन होने के
वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही पंचांग के मुताबिक इस साल वैशाख मास की अमावस्या 11 मई दिन मंगलवार यानी की कल पड़ रही हैं इस साल वैशाख अमावस्या के दिन तीन विशेष योग बन रहे हैं इसलिए इसका महत्व अधिक हो गया हैं।वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व मंगलवार के दिन होने के कारण इसे भौमवती अमावस्या भी कहा जाता हैं। सोमवार के दिन पड़ने पर इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है अमावस्या का विशेष महत्व होता हैं इस दिन नदी में स्नान करने, पितरों की तृप्ति के लिए श्राद्ध कर्म करने और दान देने का विधान होता हैं तो आज हम आपको वैशाख अमावस्या का महत्व, शुभ योग और स्नान मुहूर्त बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व

पंचांग के मुताबिक वैशाख मास की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 10 मई यानी आज दिन सोमवार को रात 9 बजकर 55 मिनट पर हो रहा है, जो 11 मई दिन मंगलवार को रात 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। ऐसे में वैशाख अमावस्या 11 मई को हैं।वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व

अमावस्या पर बन रहे तीन विशेष योग—
इस साल वैशाख अमावस्या के दिन दो विशेष योग बन रहे हैं इस दिन सौभाग्य योग और शोभन योग बन रहा है। 11 मई को सौभाग्य योग रात 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। उसके बाद शोभन योग लग जाएगा। इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है 11 मई को रात 11 बजकर 31 मिनट से अगले दिन 12 मई को सुबह 5 बजकर 32 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। ये तीनों ही योग महत्वपूर्ण होते हैं सौभाग्य योग भाग्य में वृद्धि का कारक माना गया हैं शोभन योग शुभता प्रदान करने वाला हैं।वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व

अमावस्या की उदया तिथि 11 मई को प्राप्त हो रही है, ऐसे में वैशाख अमावस्या का स्नान 11 मई को सुबह होगा। इस साल कोरोना महामारी का प्रकोप है ऐसे में आप घर पर ही स्नान कर सकते हैं उसके बाद जप, दान और पितरों की मुक्ति के लिए श्राद्ध कर्म कर सकते हैं।वैशाख अमावस्या कल, जानिए विशेष योग, स्नान मुहूर्त और महत्व

 

Share this story