Mamta Banerjee:सीएम बने रहने के लिए नवंबर से पहले ममता को बनना होगा MLA
ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में तीसरी बार सीएम बानी है। लेकिन उनकी जीत में इस बार कहते पड़ी है। क्यूंकि वे इस चुनाव में शुभेंदु से हार गयी। दूसरी ओर, अमित मित्रा ने एक बार फिर ममता के मंत्रिमंडल में प्रवेश किया, भले ही उन्होंने इस बार किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ा।
इस प्रकार, ममता बनर्जी और अमित मित्रा विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। अब दोनों नेताओं के लिए छह महीने के भीतर विधायक बनना अनिवार्य है, अन्यथा ममता को सीएम और अमित मित्रा को मंत्री पद छोड़ना होगा। ममता बनर्जी ने इस बार अपनी सीट भवानीपुर छोड़ दी थी और नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतरी थीं, लेकिन यहां वह शुभेंदु को नहीं हरा सकीं।
ममता नंदीग्राम सीट से एक करीबी मुकाबले में लगभग 2,000 वोटों से हार गईं, जबकि उनकी पार्टी टीएमसी को 213 सीटों पर भारी बहुमत मिला। ममता बनर्जी ने 5 मई को नंदीग्राम से हारने के बाद भी लगातार तीसरी बार बंगाल के सीएम के रूप में शपथ ली है। उन्हें अब 5 नवंबर 2021 से पहले पश्चिम बंगाल की एक सीट से विधानसभा का सदस्य होना आवश्यक है।