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जानिए कैसे आपकी “बोली” निर्धारित करती है “सोशल लाइफ” और “प्रोफेशनल लाइफ”

दोस्तों आपकी “बोली” ही आपके मन का पता बता देती है कि आपका स्वभाव कैसा है। आप किस चरित्र के व्यक्ति हैं। इसी बात को किसी ने क्या खूब कहा है वाणी ऐसी बोलिए जो सबका मन मौहे। तभी तो कहा जाता है कि वाणी से आप मित्रता भी कर सकते है और शत्रुता भी।
जानिए कैसे आपकी “बोली” निर्धारित करती है “सोशल लाइफ” और “प्रोफेशनल लाइफ”

दोस्तों आपकी “बोली” ही आपके मन का पता बता देती है कि आपका स्वभाव कैसा है। आप किस चरित्र के व्यक्ति हैं। इसी बात को किसी ने क्या खूब कहा है वाणी ऐसी बोलिए जो सबका मन मौहे। तभी तो कहा जाता है कि वाणी से आप मित्रता भी कर सकते है और शत्रुता भी। दोस्तों कम और सुदंर शब्दों में कही गई बात न सिर्फ आपके चिंतन को सम्पूर्ण करती है अपितु आपके चिंतन को भी दर्शाती है। इसलिए आइए जानते हैं वाणी का जीवन में कितना महत्व है:

कड़वी बात को भी मीठे शब्दों में

इसी बात को आचार्य विनोबा भावे ने क्या खूब कहा है कि राम नाम मणि दीप धरू जीह देहरीद्वार, तुलसी भीतर बाहरूहुं जो चाहस उजियार। मतलब इसमें तुलसी दास जी कहना चाहते हैं कि वाणी के द्वारा ही आप सब कुछ पा सकते हो अगर वाणी की इस देहलीज पर बिना तेल बाती के राम नाम का मणि दीप जला लो तो सब कुछ सुंदर हो जाएगा।

यूं तो भगवान ने मनुष्य को बहुत कुछ दिया है मगर फिर भी भगवान के द्वारा मनुष्य को यदि कोई सबसे अच्छा तोहफा दिया है तो वो है मनुष्य की वाणी। क्योंकि वाणी ही मनुष्य का चितंन है और वही उसका फलन भी है।

कर्म के रास्तें पर यदि कोई बहुत बड़ा महापुरूष भी कड़वी वाणी बोलता है। तो वह महापुरूष कहलाने के योग्य नहीं हैं क्योंकि असली महापुरूष तो वह जो अपनी वाणी से सम्पूर्ण जगत को जीत लेता है। और उसकी कटु वाणी से सब उससे दूर भागने लगते हैं।

प्रोफेशनल लाइफ में आपकी बोली

जानिए कैसे आपकी “बोली” निर्धारित करती है “सोशल लाइफ” और “प्रोफेशनल लाइफ”
voice impact on professional life.

प्रोफेशनल लाइफ में आपकी बोली आपको लीडर भी बना सकती है और सबसे खराब कर्मचारी भी। अपनी बोली में आत्मविश्वास लाएं। अपने काम को परफेक्ट रखेंगे तो आपकी आवाज में जो आत्मविश्वास होगा वो आपकी प्रोफेशनल लाइफ को लीड करेगा। इसके लिए ये भी जरूरी है कि प्रोफेशनल लाइफ में आम बोलचाल और बात करते समय किन शब्दों का उपयोग करें।

अपनी प्रोफेशनल लाइफ में अपनी भाषा को संतुलित रखने के अलावा, आत्मविश्वास और सकारात्मक रखना होगा। यही नहीं, सही शब्दों का चुनाव आपकी वर्बल पर्सनैलिटी को निखारेगा। जिससे आपकी प्रोफेशनल लाइप में प्रगतिशील और प्रेरणादायक कर्मचारी की तरह अपनी पहचान को कायम रख पाएंगे।

तो अब आप समझ गए होंगे की वाणी से कैसे मित्रता कि जा सकती है। शत्रुता भी। आप अब भी ऐसी वाणी का उपयोग ना करें जिससे कोई भी आपका शत्रु बन जाए।

सोशल लाइफ में मधुर वाणी

जानिए कैसे आपकी “बोली” निर्धारित करती है “सोशल लाइफ” और “प्रोफेशनल लाइफ”
voice impact on social life.

दोस्तों अगर आप में कुछ कमियां हैं ओर यदि आपकी वाणी मधुर है तो फिर आपसे कोई भी मित्रता कर लेता है। और अगर आपके पास सब कुछ होते हुए भी आपकी वाणी कड़वी है तो आपसे कोई भी मित्रता नहीं करता है। आप अपने वाणी के दम पर किसी को भी मित्र या शत्रु बना सकते हैं। मनुष्य का सारा चितंन इसी “बोली” या वाणी पर निर्भर करता है।

अधिकतर लोगों का मानना है कि व्याकरण के द्वारा किसी भी भाषा को सर्वमान्य बनाया जा सकता है। या फिर जरूरी होता है पर यहां पर व्याकरण का उदेश्य वाणी की शुद्धी माना गया है। मित्रों वाणी का आप पर बहुत असर पड़ता है। आप हर समय भगवान का नाम लेते हैं मगर आपके साथ कुछ ऐसे लोग रहते हैं। जिनकी वाणी अच्छी नहीं है तो कुछ समय बाद आप भी उनके जैसी वाणी का उच्चारण करने लगेंगे और आपकी वाणी भी खराब हो जाएगी।

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