घर कामों में लेते हैं आपके बच्चे हिस्सा तो है उनका भविष्य उज्ज्वल
जयपुर । अक्सर जब बच्चे छोटे होते हैं तो हम उनको घर के कामों में लगा दिया करते हैं । ताकि उनका मन भी लगा रहे पर कई बार ऐसा होता है की वो काम करने के नाम से ही मुंह बिदका लेते हैं । या फिर कई बार उनको काम करना बहुत ही अच्छा लगता है । पर बच्चों का घर के काम करने में दिखाया गया इंटरेस्ट ( दिलचस्पी) उनके भविष्य के बारे में बहुत कुछ कहता है ।
बच्चों के लिए घर के कामों में हाथ बांटना बहुत जरूरी है । ऐसा करना उनके उज्ज्वल भविष्य को बनाता है । ऐसा करने से उनके अंदर कोंट्रिब्यूशन करने की भावना , काम बांटने की भावना जागृत होती है । वह आलसी नही होते साथ ही गुड हेबिट्स की भी आदत दल जाती है साथ ही साथ यह उनके अंदर हाइजीन की आदत को भी विकसित करता है ।
जैसे खाना खाने के बाद टेबल को साफ करना , या कपड़े धोने में डालना , मशीन चला देना , साथ ही उसका ध्यान भी रखना , खाना खाने से पहले टेबल लगाना , सफाई के दौरान हाथ बँटाना या फिर सोने से पहले बिस्तर लगाना , और साथ ही उठ जाने पर बिस्तर सीमेट देना और भी कई सारे छोटे छोटे काम हैं जो की उनको सिखाने चाहिए जिनकी आदत उनमें डालनी चाहिए ।
जो बच्चे घर के काम करते हैं वे बड़े होकर बेहतर एंप्लॉयी बनते हैं। वे दूसरों के साथ बेहतर सामंजस्य बैठाकर काम करते और उनकी समस्याओं को भी समझते हैं। उन्हें कोई काम अकेले करने में भी डर नहीं लगता।
इसलिए पैरंटिंग के दौरान यह गलती करना ठीक नहीं है। वहीं जो पैरंट्स बच्चों की छोटी-छोटी चीजों में दखल देते हैं और ऐसा सोचते हैं कि जब तक हर कदम पर उनके पैरंट्स उन्हें बचाएंगे नहीं, साथ नहीं देंगे तो वे सफल नहीं हो पाएंगे, वे बड़ी गलती करते हैं।