Samachar Nama
×

आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे में

एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रात में कम सोने वाले लोग किसी भी बात पर जल्दी इरिटेट हो जाते हैं। उनमें मूड स्विंग्स की दिक्कत बहुत होती है। स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि कम सोनेवाले लोगों में ही ऐंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या अधिक होती है।
आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे में

 

जयपुर । सभी लोगों के सोने का लग लग समय होता है । सब का अपना अपना तरीका होता है । आज कल कई लोगों के तो सोने का समय बिलकुल बदल चुका है पहले बिना किसी रात की नौकरी के कोई भी ज्यादा देर तक नहीं जागता था पर आज हर कोई काफी देर तक जागता है  जिससे की सेहत से जुड़ी कई तरह की परेशानियाँ हो जाती है ।

आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे में

आज हम आपको इससी से जुड़ी एक और खास जानकारी देने जा रहे हैं । आज हम आपको बताने जा रहे हैं आपके सोने के समय से आपके मूड़ी होने का पता चलता है साथ ही यह भी की आपका मूड क्या कहता है । आइये जानते हैं इस विशेष जानकारी के बारे में ।आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे में

एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रात में कम सोने वाले लोग किसी भी बात पर जल्दी इरिटेट हो जाते हैं। उनमें मूड स्विंग्स की दिक्कत बहुत होती है। स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि कम सोनेवाले लोगों में ही ऐंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या अधिक होती है।आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे में

अनिद्रा या इंसोमनिया की बीमारी का संबंध डिप्रेशन से है। लेकिन डिप्रेशन के शिकार लगभग 15 प्रतिशत लोग बहुत अधिक सोते हैं। इससे उनकी स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। तो अगर आप ज्यादा सो रहे हैं तो अपनी मेंटल हेल्थ की तरफ गौर करें।आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे मेंslep

आपको अपने सोने के टाइम पर गौर करना चाहिए। लंबे समय तक कम सोने का रुटीन बनाए रखने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे आप बहुत अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।सोने का वक्त और नींद के घंटे निर्धारित ना होने से हमारी बॉडी में इंसुलिन का लेवल डिस्टर्ब होता है। क्योंकि हमारा शरीर सोने और जागने का रुटीन चाहता है। ऐसे में सोने और जागने का कोई तय समय ना होने पर टाइप टू डायबिटीज का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।

 एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रात में कम सोने वाले लोग किसी भी बात पर जल्दी इरिटेट हो जाते हैं। उनमें मूड स्विंग्स की दिक्कत बहुत होती है। स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि कम सोनेवाले लोगों में ही ऐंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या अधिक होती है। आपके सोने का समय बताता है आपके मूड़ी होने के बारे में

Share this story