स्मार्टफोन के बारे में ये हैरान करने वाली बात जानकर दंग रह जाओगे
आपसे में अधिकतर लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे होंगे। कई बार आपके किसी दोस्त ने यह भी बताया होगा कि रात में फोन को चार्ज पर लगाकर नहीं सोना चाहिए, जितना, ज्यादा मेगापिक्सल, होगा, कैमरा उतना, ही बढ़िया, होगा। ऐसी ही कई सारी बातों को आपने सच मानकर, कई लोगों को भी बताया होगा। लेकिन ये सब बाते सच नही हैं। स्मार्टफोन को तभी चार्ज करना चाहिए, जब बैटरी पूरी तरह से खत्म हो जाए। पहली बार फोन को इस्तेमाल करने से पहले फुल चार्ज कर लें। ज्यादा एमएएच की बैटरी अच्छी होती है।
आपने कई लोगों को मुंह से सुना होगा कि फला फोन का कैमरा शानदार है, क्योंकि उसमें 10, 20 या 47 मेगापिक्सल का कैमरा, जबकि सच्चाई यह है कि फोटो की क्वालिटी, कैमरे के मेगापिक्सल पर निर्भर नहीं करती है। बेहतर फोटो के लिए मेगापिक्सल के साथ-साथ अपर्चर, जैसी चीजें भी जिम्मेवार होती हैं। आजकल, बाजार में लांच होने वाले करीब सभी स्मार्टफोन में ऑटो ब्राइटनेस, का विकल्प मिलता है। ऑटो ब्राइटनेस, का मतलब है कि जब आप धूप में होंगे तो डिस्प्ले की ब्राइटनेस अपने आप तेज हो जाएगी। इस पर कई लोगो का मत है कि ब्राइटनेस को ऑटो मोड में रखने से स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है जो कि बिलकुल भी सच नहीं है।
आपने सुना होगा कि थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से ऐप फोन में डाउनलोड करने से फोन में वायरस आते हैं। यह बात पूरी तरह से सच नहीं है, क्योंकि कई बार गूगल प्ले-स्टोर से ऐप डाउनलोड करने भी उसके साथ मैलवेयर आ जाते हैं। ऐसे में 9 ऐप्स जैसे स्टोर से ऐप डाउनलोड करने के लिए ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है।