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जाने मां लक्ष्मी के स्वरुप के बारे में

एक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु की पत्नी देवी लक्ष्मी का वाहन उल्लु है,और धन की देवी महालक्ष्मी का वाहन हाथी हैं,कुछ मान्यता के अनुसार उल्लू उनकी बहन अलक्ष्मी का प्रतीक है,जो सदा उनके साथ रहती है देवी लक्ष्मी अपने उल्लू पर बैठकर भगवान विष्णु के साथ पृथ्वी भ्रमण करने आती हैं। एक मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी के दो स्वरुप है, एक भूदेवी और दूसरा श्रीदेवी, भूदेवी को धरती की देवी कहा जाता हैऔर श्रीदेवी को स्वर्ग की देवी कहा जाता है,एक बार लक्ष्मीजी के लिए स्वयंवर का आयोजन हुआ। मां लक्ष्मी मन ही मन में भगवान विष्णु को पति रुप में स्वीकार कर चुकी थीं
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पुराणों के अनुसार माता लक्ष्मी की उत्पति के बारे में विरोधाभास पाया जाता हैं, एक कथा के अनुसार मां लक्ष्मी का जन्म समुद्र मंथन के दौरान निकले रत्नों के साथ हुई थी।

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लेकिन दूसरी कथा के अनुसार वे भृगु ऋषि की बेटी हैं। शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी का जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था। कार्तिकेय का जन्म भी शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था।

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कार्तिक कृष्ण अमावस्या को उनकी पूजा की जाती है। लक्ष्मी शब्द की उत्पति दो शब्दो से हुई है- एक लक्ष्य तथा दूसरा ,मी, अर्थात लक्ष्य तक ले जाने वाली देवी लक्ष्मी। मां लक्ष्मी को अनेक नामों से जाना जाता है वह है, पद्मा, कमला, हरिप्रिया, लोकमाता,रमा,इन्द्रा धन्या,दीपा आदि नामों से जाना जाता हैं। एक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु की पत्नी देवी लक्ष्मी का वाहन उल्लु है,और धन की देवी महालक्ष्मी का वाहन हाथी हैं,कुछ मान्यता के अनुसार उल्लू उनकी बहन अलक्ष्मी का प्रतीक है,जो सदा उनके साथ रहती है देवी लक्ष्मी अपने उल्लू पर बैठकर भगवान विष्णु के साथ पृथ्वी भ्रमण करने आती हैं।

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एक मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी के दो स्वरुप है, एक भूदेवी और दूसरा  श्रीदेवी, भूदेवी को धरती की देवी कहा जाता है,और श्रीदेवी को स्वर्ग की देवी कहा जाता है,एक बार लक्ष्मीजी के लिए स्वयंवर का आयोजन हुआ। मां लक्ष्मी मन ही मन में भगवान विष्णु को पति रुप में स्वीकार कर चुकी थीं लेकिन नारद मुनि भी मां लक्ष्मी जी से विवाह करना चाहता था। तब वह भगवान विष्णु के पास गया और बोला कि हे प्रभु आप मुझे हरि का रुप दीजिए तब भगवान विष्णु ने हरि(वानर)का रुप दे दिया । और मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु के गले में वर माला डाल दी।

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एक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु की पत्नी देवी लक्ष्मी का वाहन उल्लु है,और धन की देवी महालक्ष्मी का वाहन हाथी हैं,कुछ मान्यता के अनुसार उल्लू उनकी बहन अलक्ष्मी का प्रतीक है,जो सदा उनके साथ रहती है देवी लक्ष्मी अपने उल्लू पर बैठकर भगवान विष्णु के साथ पृथ्वी भ्रमण करने आती हैं। एक मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी के दो स्वरुप है, एक भूदेवी और दूसरा श्रीदेवी, भूदेवी को धरती की देवी कहा जाता हैऔर श्रीदेवी को स्वर्ग की देवी कहा जाता है,एक बार लक्ष्मीजी के लिए स्वयंवर का आयोजन हुआ। मां लक्ष्मी मन ही मन में भगवान विष्णु को पति रुप में स्वीकार कर चुकी थीं जाने मां लक्ष्मी के स्वरुप के बारे में

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