अगर आपने कोयले से चलने वाली कार नहीं देखी तो आपने दुनिया में कुछ नहीं देखा
जयपुर। आपने क्या बहुत सालों पहले किसी ट्रेन में सफर किया। एगर नहीं किया है तो अपने दादा या दादी से पुछों की पहले ट्रेन किससे चलती थी उनका जवाब होगा, कोयले से चलती थी। लेकिन आज कि ट्रेनें बिजली से चलती है लोहै की पटरी के बजाय चुंबक की पटरियों पर चलती है। क्या आपने कभी कोयले की चलने वाली कार के बारे में सुना है। आज के जमाने में मशीनों का बेल बाला है इसलिए कोयले से चलने वाली कार को तो भूल ही जाओं।
लेकीन एक व्यक्ति ने मशीनों और पेट्रोल को छोड़कर 400 घंटे की मेहनत करके एक ऐसी अनोखी कार बनाई है। जो हर शख्स की जबां पर चर्चा का विषय बनी हुई है। अब तक जितनी भी कारें बनाई गई है, उनमें यह कार एक अलग ही अपना स्थान रखती है। जिसने इस कार को बनाया है वह एक नौकरी से रिटायरमेंट व्यक्ति है। इस इंसान ने रिटायरमेंट होने के बाद खाली बैठ के बजाय एक ऐसी कार बना डाली जिसके चर्चे हर देश दुनिया में हो रहे है।
यह ब्रिटेन के 67 वर्षीय फ्रेंक रोथवेल है जिन्होंने ये अनोखा काम किया है। और पुरी दुनिया में सुर्खियों का एक चमकिला सितारा बन गया है। इन्होंने 50 साल पुरानी एक लैंड रोवर कार खरीदी और पेट्रोल से चलने वाली कार को स्टीम इंजन कार में तब्दील कर दिया। आपको बता दे की इस कार को बनाने में फ्रेंक ने 33 हजार डॉलर खर्च किए है। इन्होंने गाड़ी के पेट्रोल इंजन की जगह कोयले से चलने वाल इंजन फिट कर दिया।