Samachar Nama
×

ख़ामोश रहकर भी आप दुसरे लोगों से कर सकते हैं बातचीत

जयपुर। कई लोगों को आदत होती है कि वो लोग बहुत ही खुसर फुसर करते है जिससे कई लोगों को बहुत ही दिक्कत होती है। ऐसे लोगों को अगर आप चुप रहने के लिए भी कहते है तो इनको कोई फर्क भी नहीं पड़ता है। लेकिन अब इन लोगों की जबान पर बहुत जल्दी ही
ख़ामोश रहकर भी आप दुसरे लोगों से कर सकते हैं बातचीत

जयपुर। कई लोगों को आदत होती है कि वो लोग बहुत ही खुसर फुसर करते है जिससे कई लोगों को बहुत ही दिक्कत होती है। ऐसे लोगों को अगर आप चुप रहने के लिए भी कहते है तो इनको कोई फर्क भी नहीं पड़ता है। लेकिन अब इन लोगों की जबान पर बहुत जल्दी ही लगाम लगेगा क्योंकि वैज्ञानिकों ने इसी तकनीक का इजात किया है कि जिससे इनकी आवाज किसी को भी नहीं आयेगी। इस तकनीक की मदद से आप पास बैठे किसी भी दूसरे बंदे को परेशान किए बिना आपस में बातचीत कर सकते है।ख़ामोश रहकर भी आप दुसरे लोगों से कर सकते हैं बातचीत

जी हां, ये खास तकनीक एक भारतीय युवक ने विकसित की है। जानकारी दे दे कि दुनिया के नंबर एक शैक्षणिक संस्थान मैसाच्युएट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (MIT) के एक भारतीय मूल के शोधकर्ता ने एक ऐसा उपकरण बना लिया है, जिसकी मदद से बिना आवाज के बातचीत की जा सकती है। आपको बता दे कि  ये केवल आपके उस वक्त दिमाग में चल रहा है ये सब आपके सामने वाले को बिना कहे ही पता लग जायेगा। ये अनोखि तकनीक अरनव कपूर नामक एक भारतीय मूल के युवक ने बनाई है। इस उपकरण का नाम अल्टरइगो (AlterEgo) रखा गया है। बता दे कि यह एक खास तरह का हेडसेट है जो दिमाग की तरंगो से संचालित होता है।ख़ामोश रहकर भी आप दुसरे लोगों से कर सकते हैं बातचीत

लेकिन आपको बता दे कि ये उपकरण आपका दिमाग नहीं पढ़ सकती है और ना ही इसका कोई बुरा असर पड़ता है। जानकारी दे दे कि यह उपकरण सब्वोकैलिसेशन्स नामक तकनीक पर आधारित है। शब्दों को बोलते समय जबड़े में होने वाले बहुत ही छोटे और अदृश्य मूवमेंट पर आधार पर ये उनको समझकर सामने वाले को समझाती है इसे सब्वोकैलिसेशन्स कहते हैं। जब कोई शख्स बोलता है तो चेहरे के निचले हिस्से और गर्दन की तरफ त्वचा में कुछ खास तरह के इलेक्ट्रिक संवेग उत्पन्न होते हैं तो हेडसेट उन्हीं संवेगों को पढ़ता है। और सामने वाले को बताता है।ख़ामोश रहकर भी आप दुसरे लोगों से कर सकते हैं बातचीत

Share this story