डॉग्स के साथ समय बिताना और बातें करना बना सकता हैं उनको अधिक स्मार्ट
जयपुर। सभी लोगों को बहुत ही अलग अलग तरह के शोक होते हैं । कई लोग अपनी खुसी के कारण कई लोग लगाव के कारण जानवर पालना पसंद करते हैं । कई लोग अपना अकेलापन दूर करने के लिए ऐसा करते हैं की वह जानवरों को पालते हैं उनको अपना साथी बनाते हैं । यह अच्छी बात है की लोग किस बुरी आदत की जगह अपना समय और अकेला पन किसी अच्छी आदत के साथ साझा कर रहे हैं ।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं की आप कैसे खुद के पालतू जानवर को स्मार्ट और अच्छे से ट्रेंड बना सकते हैं । आज हम आपकी इस परेशानी को खत्म करने के साथ साथ आपका आपके पालतू जानवर के साथ संबंध भी मजबूत बनाने की बहुत ही बेहतरीन टिप्स देने जा रहे हैं ।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय की ओर से 2011 में क्यूटनेस ऐंड डिस्गस्ट द ह्यूमनाइजिंग ऐंड डीह्यूमनाइजिंग इफेक्ट्स ऑफ इमोशन शीर्षक से स्टडी की गयी थी, जिसमें बताया गया कि जो लोग अपने पेट्स के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और उनसे बात करते हैं। उनके दूसरे की तुलना में अधिक स्मार्ट होने की संभावना रहती है।
एंथ्रोपोमोर्फिज्म आपके पालतू जानवरों को होशियार बना सकता है। यह पेट्स को शब्दों और इशारों के बीच के अंतर को समझने में मदद करता है। बदले में वे हमारी भावनाओं और शब्दों को बेहतर ढंग से समझते हैं।एंथ्रोपोमोर्फिज्म वस्तुओं या गैर मानव जीवों से मानव जैसी भावनाओं, लक्षणों या इरादों के साथ व्यवहार करने का कार्य है।
आपके डोग्स या पालतू जानवर आपके बात करने से आपकी भावनाओं को बहुत ही बेहतर समझ पाते है । हाँ कई लोग इसको पागलपन की निशानी मानते हैं पर ऐसा करना आपके और आपके पेट्स के बीच सम्बन्धों को बहुत ही मजबूत बनता है ।