Yashoda jayanti 2021: भगवान विष्णु ने क्या दिया था मां यशोदा को वरदान, जानिए यहां
4 मार्च दिन गुरुवार यानी की आज यशोदा जयंती का त्योहार मनाया जा रहा हैं मान्यताओं के मुताबिक आज के दिन मां यशोदा का जन्म हुआ था। शास्त्रों के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को ब्रह्मा जी के आशीर्वाद से मां यशोदा का जन्म हुआ था। इनका जन्म ब्रज में स्थित सुमुख नाम के गोप और उनकी पत्नी पाटला के यहां हुआ था।
मां यशोदा का विवाह ब्रज के राजा नंद से संपन्न हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि पिछले जन्म में नंद, द्रोण थे। मान्यताओं के मुताबिक मां देवकी ने श्रीकृष्ण को जन्म दिया था लेकिन उनका लालन पोषण मां यशोदा ने किया था। कृष्ण के पिता वासुदेव ने कृष्ण जी के पैदा होते ही उन्हें कंस से बचाने के लिए गोकुल में नंद बाबा के पास छोड़ दिया था। इसलिए कृष्ण जी को मां यशोदा की माता के रूप में जाना जाता हैं तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
देवी मां यशोदा के जीवन से जुड़ी एक कथा बेहद प्रचलित हैं जिसके बारे में हर कोई नहीं जानता होगा। कथा अनुसार माता यशोदा ने अपने पूर्व जन्म में भगवान श्री विष्णु की तपस्या की थी। श्री विष्णु जी उनकी तपस्या से बहुत प्रसन्न हुए और उन्हें वर मांगने को कहा। तब मां यशोदा ने कहा कि मेरी तपस्या तभी पूर्ण होगी जब आप मुझे पुत्र के रूप में प्राप्त होंगे। तब श्री हरि विष्णु ने कहा कि वो माता देवकी और वासुदेव के घर जन्म लेंगे। मगर मातृत्व का सुख मुझे आपसे ही प्राप्त होगा। मां यशोदा ने ही श्रीकृष्ण को मातृत्व सुख प्रदान किया।