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Xi Jinping का संयुक्त राष्ट्र संघ के शिखर सम्मेलन में भाषण

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 21 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित शिखर सम्मेलन में भाषण दिया। उन्होंने बल देकर कहा कि महामारी के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ को निष्पक्षता का पालन करने, कानून के आधार पर शासन करने, सहयोग को मजबूत करने के साथ ही कार्रवाई पर ध्यान
Xi Jinping का संयुक्त राष्ट्र संघ के शिखर सम्मेलन में भाषण

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 21 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित शिखर सम्मेलन में भाषण दिया। उन्होंने बल देकर कहा कि महामारी के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ को निष्पक्षता का पालन करने, कानून के आधार पर शासन करने, सहयोग को मजबूत करने के साथ ही कार्रवाई पर ध्यान देना चाहिये। उन्होंने यह दोहराया कि चीन हमेशा से बहुपक्षवाद का समर्थक रहेगा, सक्रिय रूप से वैश्विक शासन व्यवस्था के सुधार व निर्माण में भाग लेगा, और मानव साझा नियति समुदाय के निर्माण को बढ़ावा देगा। शी चिनफिंग ने कहा कि 75 वर्ष पहले विश्व की जनता ने बड़ी कोशिश करके विश्व फासीवाद विरोधी युद्ध में जीत हासिल की। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की गयी। 75 वर्षों में मानव समुदाय में तेज विकास हुआ, अंतर्राष्ट्रीय स्थिति गहन रूप से बदल गयी, और बहुपक्षवाद का तेज विकास भी हुआ है। बारी बारी चुनौतियों का मुकाबला करके संयुक्त राष्ट्र संघ अभी तक शक्तिशाली है। जिस पर 7 अरब से अधिक लोगों की इच्छा छिपी हुई है।

शी चिनफिंग ने जोर देकर कहा कि वर्तमान में विश्व अभूतपूर्व परिवर्तन से गुजर रहा है। कोविड-19 महामारी सारी दुनिया के प्रति एक गंभीर चुनौती है। वैश्विक धमकी व चुनौती का सामना करने के लिये वैश्विक प्रतिक्रिया करनी चाहिये। इस पृष्ठभूमि में संयुक्त राष्ट्र संघ को कौन सी भूमिका अदा करनी चाहिये? इस के प्रति शी चिनफिंग ने चार सुझाव पेश किये।

पहला, निष्पक्षता का पालन करना। बडे या छोटे देशों को आपस में सम्मान करना और समानता से काम करना चाहिये। यह युग की प्रगति के लिये एक आग्रह है, वह भी संयुक्त राष्ट्र चार्टर का प्रथम सिद्धांत है।

दूसरा, कानून के आधार पर शासन करना। संयुक्त राष्ट्र चार्टर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का निपटारा करने का बुनियाद सिद्धांत है, जो अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की स्थिरता की महत्वपूर्ण आधारशिला है। इसकी अविचल रूप से रक्षा करनी चाहिये।

तीसरा, सहयोग को मजबूत करना। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना का आरंभिक लक्ष्य है। वह भी संयुक्त राष्ट्र चार्टर का महत्वपूर्ण लक्ष्य भी है। हमें वार्ता से संघर्ष की जगह, विचार-विमर्श से धमकी की जगह, समान जीत से शून्य जमा खेल की जगह लेनी चाहिये।

चौथा, कार्रवाई पर ध्यान देना। बहुपक्षवाद का समर्थन देना केवल जबान से कह देना भर नहीं है, इसके लिये वास्तविक कार्रवाई करनी चाहिये।

शी चिनफिंग ने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर करने वाला प्रथम देश है, जो संयुक्त राष्ट्र संघ का संस्थापक सदस्य देश है। साथ ही चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों में एकमात्र विकासशील देश है। चीन हमेशा बहुपक्षवाद का समर्थन करेगा, सक्रिय रूप से वैश्विक शासन व्यवस्था के सुधार व निर्माण में भाग लेगा, ²ढ़ता से संयुक्त राष्ट्र संघ से केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा करेगा, अंतर्राष्ट्रीय कानून के आधार पर निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा करेगा, और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में संयुक्त राष्ट्र संघ की केंद्रीय भूमिका की रक्षा करेगा।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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