एक छोटा सा ब्लड इन्फेक्शन भी बन सकता है आपके लिए जानलेवा
जयपुर। खून हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है । खून की कमी होना भी हमको मौत के मुंह में धकेल देता है । पर खून के इन्फेक्शन के बारे में ऐसा कोई सोच भी नही सकता है । आज हम बात कर रहे हैं खून के इन्फेक्शन के बारे में जिसको लोग दूसरी भाषा में सेप्सिस भी कहते हैं ।
क्या होता है सेप्सिस ?
यह एक खतरनाक जानलेवा बीमारी है। यह एक संक्रामक घातक रोग है लेकिन ब्लड बैक्टीरिया के संक्रमण द्वारा फैली बीमारी यानी सेप्सिस जानलेवा भी साबित हो सकती है।जब आपका शरीर जीवाणु संक्रमण के लिए तेज प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया करता है। संक्रमण से लड़ने के लिए रक्त में संचारित रसायन की वजह से भयानक सूजन हो जाता है। इसकी वजह से रक्त के थक्के बनते हैं और रक्त वाहिकाओं से रिसाव होने लगता है। जिससे रक्त संचार खराब हो जाता है, और आपके शरीर के अंगों को पर्याप्त पोषक तत्व और ऑक्सीजन नहीं मिलते हैं। जिसके कारण धीरे-धीरे आपके अंग काम करना बंद कर देते है।
अगर आपके शरीर में कही थोड़ा सा कट या खरोंच लग जाती है और वह इंफेक्शन का रुप ले लेता है और यह ज्यादा दिनों तक बना रहें, तो उसे साधारण मत समझिए। इससे आपका जान भी जा सकती है। यह खतरनाक बीमारी सेप्सिस है।
यह बीमारी खासकर बॉडी में किसी इंफेक्शन की वजह से ही होती है। अगर इसका शुरुआत में ही ट्रीटमेंट ले लिया जाए तो बीमारी को सीरियस होने से रोका जा सकता है। अगर समय में ध्यान नहीं दिया, तो आपकी जान भी जा सकती है।
क्या हो सकते हैं इसके कारण ?
कट जाना , जल जाना , छील जाना किसी प्रकार की चोट उसके सिवा ,सेप्सिस एब्डॉमिनल इंफेक्शन, किडनी इंफेक्शन या ब्लड स्ट्रीम इंफेक्शन के कारण होता है।
किस किस को हो सकती है यह बीमारी क्या होते हैं इसके लक्षण ?
- बुखार आना
- प्लेटलेट्स दिनों-दिन कम होते जाना।
- यूरिन में कमी होना।
- बेवजह कमजोरी आना।
- बॉडी ठंडी रहना।
- सांस लेने में समस्या।
किन लोगों को हो सकती है यह परेशानी ?
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग
- शिशु और बुजुर्ग व्यक्तियों को
- जैसे मधुमेह, एड्स, कैंसर, और गुर्दा या यकृत रोग
- गंभीर जलने या शारीरिक आघात से पीड़ित लोग
वयस्क में इस बीमारी के लक्षण :-
- बोलने में कठिनाई या भ्रम
- मांसपेशियों में दर्द और अत्यधिक ठंड लगकर कंपकंपी छूटना
- पूरे दिन पेशाब का न आना
- सांस लेने में कठिनाई
- ऐसा लगना जैसे मृत्यु करीब है
- त्वचा का रंग विकृत होना
बच्चों में : यदि आपका बच्चा कम तापमान के बुखार से पीड़ित है तो एक बच्चे को सेप्सिस हो सकती है यदि वह:
- बहुत तेजी से सांस ले रहा है,
- उसे फिट पड़ रहा है,
- शरीर पीलापन, नीलापन लिए हुए हैं शरीर पर Rashes हैं, जो दबाने पर भी फीके नहीं पड़ते
- बहुत सुस्त है और उसे जगाना एक मुश्किल काम है
5 साल से कम एक बच्चा सेप्सिस का शिकार हो सकता है यदि वह
- खा नहीं रहा है
- लगातार उल्टियां कर रहा है
- पिछले 12 घंटों में उसे पेशाब नहीं आया है।
क्या है इसका उपचार क्या किए जा सकते हैं इसके बचाव ?
इसका उपचार करवाना बहुत जरूरी है । इसके उपचार को करवाने के लिए डॉक्टर्स की सलाह की अवश्याकता है खुद से किसी भी तरह का कोई उपचार या कोई नीम हाकिम से इलाज़ ना करवाएँ यह जान लेवा हो सकता है । साथ ही साथ टीकों का न्यूमोनिया , फ्लू आदि का ध्यान रखें इससे ब्लड इन्फेक्शन का खतरा बना सहता है ।
स्वच्छता का ध्यान रखेँ , जख्मों और घावों को अन्यथा ना लें । इनको अच्छे से ध्यान दे कर उचित देखभाल करें । इम्यून सिस्टम पर ध्यान दे भोजन में ऐसे आहार को शामिल करें जिससे आपका इम्यून सिस्टम यानि रोड प्रतिरोधक क्षमता बेहतर बने ।