Samachar Nama
×

वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी का क्या है इलाज़

जयपुर । आज हीमोफीलिया दिवस है । यह दिन इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए बनाया गया है यह बहुत ही गंभीर बीमारी है । यदि इस बीमारी के बारे में समय से पता ना चले तो यह बीमारी लोगो की जान बहुत ही आसानी से ले लेती है । यह एक जान
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी का क्या है इलाज़

जयपुर ।  आज हीमोफीलिया दिवस है  । यह दिन इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए बनाया गया है यह बहुत ही गंभीर बीमारी है । यदि इस बीमारी के बारे में समय से पता ना चले तो यह बीमारी लोगो की जान बहुत ही आसानी से ले लेती है । यह एक जान लेवा बीमारी है । इस बीमारी में खून का बहना रुक नही पता है जिसके  कारण ज़्यादातर लोगों को मौत का ही शिकार होना पड़ता है ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी का क्या है इलाज़

यह बीमारी आनुवांशिक होती है और किसी को भी यह बीमारी हो सकती है । यह बीमारी पुरुषों में होती है और महिलाओं से यह बीमारी फैलती है । गुणसूत्र इस बीमारी के वाहक होते हैं । इस बीमारी में खून के थक्के नही बन पाते हैं खून में कुछ ऐसे प्रोटीन होते हैं हो की खून का थक्का बनने में सहयोगी होते हैं पर जिनको यह बीमारी होती है उनके खून में इस प्रोटीन की कमी होती है जिससे खून का बहना रुक नही पाता है ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी का क्या है इलाज़

क्या है हीमोफीलिया बीमारी का इलाज़ ?

कुछ समय पूर्व तक हीमोफीलिया बीमारी का कोई इलाज़ नही था और इसके कारण इस बीमारी से ग्रसित लोगों का बहुत ही ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती थी क्योंकि जरा सी  चोट भी उनके लिए बहुत ही ज्यादा घातक हो सकती थी । उनको लाग्ने वाली अंदरूरी चोट से ज्यादा  खतरा रहता है । परंतु साइंस ने अब काफी तरक्की कर ली है अब इस बीमारी का इलाज़ संभव है ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी का क्या है इलाज़

इस बीमारी का इलाज़ करने के लिए रोगी व्यक्ति को इंजेक्शन के द्वारा खून को रोके जाने में सहायक तत्व जो की खून का थक्का बनाते हैं वह इंप्लांट किए जाते हैं और यह रोगी के खून में शामिल हो जाते हैं जिससे की चोट लाग्ने पर खून के बहने को रोका जा सके और रोगी व्यक्ति की जान बच सके ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- हीमोफीलिया जैसी गंभीर बीमारी का क्या है इलाज़

Share this story