Samachar Nama
×

वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- कितने प्रकार की होती है हीमोफीलिया बीमारी

जयपुर । हीमोफीलिया एक प्रकारा का रक्त विकार है जो की आनुस्वंशिक होता है । इस बीमारी में रोगिकों खून का थक्का नहीं बन पाता है उनके खून में वह कारक नही होते हैं जो की खून का थक्का बना सकें जिसके कारण चोट लग जाने , कट जाने पर खून का बहना रुक नही
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- कितने प्रकार की होती है हीमोफीलिया बीमारी

जयपुर । हीमोफीलिया एक प्रकारा का रक्त विकार है जो की आनुस्वंशिक होता है । इस बीमारी में रोगिकों खून का थक्का नहीं बन पाता है उनके खून में  वह कारक  नही होते हैं जो की खून का थक्का बना सकें जिसके कारण चोट लग जाने , कट जाने पर खून का बहना रुक नही पाता है और खून न रुक पाने के कारण व्यक्ति की मृति होने की संभावना रहती ही है ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- कितने प्रकार की होती है हीमोफीलिया बीमारी

हीमोफीलिया ज़्यादातर पुरुषों में पाया जाता है , इसका शिकार महिलाएं बहुत ही कम होती है या हम यह कह सकते हैं की महिलाए एक दम  ना के बराबर इसकी शिकार होती है । हीमोफीलिया बीमारी महगिलाओं के द्वारा ही फैलती है । गुणसूत्र इस बीमारी के वाहक होते हैं । हीमोफोलिया बीमारी सिर्फ एक प्रकार की नही होती । इसके दो  प्रकार होते  हैं । आइये जानते हैं हीमोफोलिया के प्रकार के बारे में ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- कितने प्रकार की होती है हीमोफीलिया बीमारी

हीमोफीलिया बीमारी के दो प्रकार होते हैं । हीमोफोलिया ए और हीमोफोलिया बी

हीमोफीलिया ए में फैक्टर 8 की कमी होती है।

हीमोफीलिया बी में फैक्टर 9 की कमी होती है, यानी रक्त का थक्का या क्लॉट जमाने के लिए आवश्यक तत्व को फैक्टर कहा जाता है ।वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- कितने प्रकार की होती है हीमोफीलिया बीमारी

हेमोफिलिया ए एक ऐसा आनुवंशिक विकार है जो फैक्टर 8 प्रोटीन की कमी के कारण होता है और हीमोफीलिया बी, फैक्टर की कमी से होता है।  लगभग एक तिहाई मामलों में यह सहज-आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण होता है।   रक्त विकार सभी जातीय समूहों को समान रूप से प्रभावित करता है।  हीमोफीलिया ए और बी X  गुणसूत्र या X क्रोमोसोम द्वारा होता है।  ये हम सब जानते हैं कि महिलाओं में दो X क्रोमोसोम होते है परन्तु पुरुषों में दो अलग-अलग प्रकार के X और Y क्रोमोसोम होते हैं।  पुरुषों में X क्रोमोसोम महिला से और Y क्रोमोसोम पिता से आता है।  इन्हीं क्रोमोसोम से बच्चे का लिंग निर्धारित होता है।  क्रोमोसोम में ही हीमोफीलिया पैदा करने वाले जीन्स होते हैं।  महिलाएं इस रोग की वाहक होती हैं।  यानी बेटे में X क्रोमोसोम माँ से मिलता और यदि X क्रोमोसोम हीमोफीलिया से ग्रसित हो तो बेटे को हीमोफीलिया हो जाएगा।  परन्तु बेटी में एक X क्रोमोसोम माँ से मिलता है । वर्ल्ड हीमोफीलिया डे :- कितने प्रकार की होती है हीमोफीलिया बीमारी

और यदि वो हीमोफीलिया से ग्रसित हो लेकिन पिता से आने वाला X क्रोमोसोम हीमोफीलिया से ग्रसित नहीं हो तो बेटी में यह बीमारी  नहीं होगी।  पिता से बच्चों में हीमोफीलिया अधिकतर नहीं होती है। हीमोफीलिया ए और बी वाले लोगों में अक्सर, अन्य लोगों की तुलना में लंबे समय तक रक्तस्राव होता है।

रक्तस्राव या ब्लीड आंतरिक रूप से जोड़ों और मांसपेशियों में या मामूली कट लगने से, दंत चिकित्सा प्रक्रियाओं या आघात हो जाने से हो सकता है।  कितनी बार एक व्यक्ति को रक्तस्राव होता है और रक्तस्रावों की गंभीरता प्लाज्मा में कितना फैक्टर 8 या 9 के होने  पर निर्भर करती है ।

 

 

 

 

Share this story