विश्व मिर्गी दिवस आज : लाइलाज नहीं है मिर्गी, दवा से ठीक हो सकते हैं 85% मरीज
जयपुर । आज विश्व मिर्गी दिवस है और आज के इस दिन पर हम आप सभी के लिए एक खास जानकारी ले कर हाजिर हूर हैं । मिर्गी की बीमारी बहुत ही आम बीमारी है यह किसी को भी हो सकती है और यह कोई बहुत ज्यादा बड़ी बीमारी का नाम भी नही है कई डॉक्टर्स और वेज्ञानिकोन का मानना है की यदि रोगी का इलाज़ सही तरह और तरीके से समय से किया जाये तो इस बीमारी को खत्म किया जा सकता है रोगी को ठीक किया जा सकता है ।
मिर्गी का रोग दिमाग से जुड़ा हुआ एक रोग है जिसमें रोगी को कई बार दौर से आते हैं वह बेहोश हो जाता है कई बार दिमाग में कुछ विद्धुतया वेग और विधुयतीय तरंग जैसे झटके लगते हैं जिसके कारण वह खुद के ऊपर से काबू खो देता है और इटन ही नही उसको इस दौरान बेहोशी के साथ साथ गिर जाने के साथ ही हाथ पाँव में झटके आना और दिमागी संतुलन बिगड़ जाना यह सब होता है ।
दरअसल मिर्गी की बीमारी न्यूरोलोजिकल डिसओडर है और कुछ खास नहीं है । पर यह बीमारी बहुत जादा बढ़ती जा रही है और इस बीमारी को बढ़ावा लोगों का अंधविश्वास दे रहा है लोग अंध विश्वास के चलते इसका इलाज़ नहीं करवाते है और इसके चलते लोग बहुत ज्यादा बीमार हो जाते हैं और यह बीमारी बढ़ कर भयानक रु लेलेटी है । मिर्गी के मरीज को सप्ताह में लगभग 1 बार इस परेशानी का सामना करना ही पड़ता है लेकिन इसका इलाज सही तरह से लिया जाये तो यह बीमारी ठीक भी हो सकती है ।
इससे बचने के उपाय
अत्यधिक तनाव से बचें पूरी नींद लें
शराब का ज्यादा सेवन न करें
हॉर्मोन में बदलाव महसूस होने पर डॉक्टर से मिलें
ब्लड शुगर व ब्लड प्रेशर को कम नहीं होने दें
बेहद तेज रोशनी में जाने से बचें
रोजाना सात से आठ घंटे की नींद लें
खाने में फल, सब्जी व ड्राइ फ्रूट्स को शामिल करें ।