WOMEN’S DAY SPECIAL : क्या है महिलाओ की वर्तमान में स्थिति
हर साल दुनिया भर में 8 मार्च के दिन महीला दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य महिलाओ के अधिकारों को बढ़ावा देना है। इस बार महिला दिवस की थीम Women in leadership: Achieving an equal future in a COVID-19 world यानी की कोरोना की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना” रखा गया है।
कब हुई शुरुआत
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की शुरुआत साल 1908 में अमेरिका के न्यूयोर्क शहर में हुई थी। तब एक महिला मजदूर ने अपने अधिकारों के मांग करते हुए सड़को पर आंदोलन किया था। उस आंदोलन में करीब 15000 महिलाये सड़को पर उतर आई थी। इस आंदोलन में महिलाओं की मांग थी की उनका काम करने का समय कम करवाया जाए, बेहतर वेतन मिले और वोट देने का अधिकार दिया जाए। आंदोलन के करीब एक साल हो जाने अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने महिला दिवस को मानाने की घोषणा की। इसके बाद इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानाने का विचार क्लारा ज़ेटकिन ने सुझाया।
क्या है महिलाओ की वर्तमान स्थिति
कुछ देशों में, महिलाओं के पास सेक्सुअल और प्रजनन अधिकार भी नहीं हैं। और कई महिलाये अब भी उनकी स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रही है। दुनिया भर में प्रजनन उम्र की यानी की उस दौरान या अवस्था की करीब 90 मिलियन महिलाएं उन देशो में रहती है जहाँ पर गर्भपात पर प्रतिबंध लगा हुआ है, इसका एक अर्थ ये हुआ की महिलाओ के पास अपने शरीर से संबंधित निर्णय लेने की अनुमति भी नहीं है।
महिलाये आज भी कई जगहों पर स्वास्थ्य और गर्भनिरोध करने जैसे मूल अधिकारों से वंचित है इसके अलावा उसके ऊपर मातृत्व थोपा जाता है। ऐसी घटनाये माल्टा और सैन मैरिनो जैसे विकसित देशों में भी होती है।