Samachar Nama
×

भारत में महिला राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रहीं, मगर कोई प्रधान न्यायाधीश नहीं बनीं : Nariman

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश आर. एफ. नरीमन ने शुक्रवार को कहा कि देश में एक महिला राष्ट्रपति और एक महिला प्रधानमंत्री रहीं हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यहां कभी कोई महिला प्रधान न्यायाधीश नहीं रही हैं। हालांकि साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इसके लिए समय बहुत दूर नहीं है। न्यायमूर्ति नरीमन ने ग्रेट
भारत में महिला राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रहीं, मगर कोई प्रधान न्यायाधीश नहीं बनीं : Nariman

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश आर. एफ. नरीमन ने शुक्रवार को कहा कि देश में एक महिला राष्ट्रपति और एक महिला प्रधानमंत्री रहीं हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यहां कभी कोई महिला प्रधान न्यायाधीश नहीं रही हैं। हालांकि साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इसके लिए समय बहुत दूर नहीं है।

न्यायमूर्ति नरीमन ने ग्रेट वूमन ऑफ हिस्ट्री पर 26वें न्यायमूर्ति सुनंदा भंडारे के स्मारक व्याख्यान के दौरान कहा, भारत में हमारे पास एक महिला राष्ट्रपति रहीं हैं। लेकिन इस तथ्य को देखते हुए कि हमारे पास एक महिला राष्ट्रपति और एक महिला प्रधानमंत्री रहीं हैं, दुर्भाग्य से कभी भी एक महिला प्रधान न्यायाधीश नहीं रही हैं।

न्यायाधीश नरीमन ने उम्मीद जताते हुए कहा कि उन्हें आशा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए पहली (महिला) प्रधान न्यायाधीश के लिए समय बहुत कम नहीं है।

न्यायमूर्ति नरीमन की टिप्पणी से पहले हाल ही में प्रधान न्यायाधीश एस.ए. बोबडे ने भी ऐसी ही एक टिप्पणी की है और कहा है कि अब एक महिला का भारत की प्रधान न्यायाधीश बनने का समय आ गया है।

इस दौरान न्यायमूर्ति नरीमन ने कई धर्मों में महिलाओं के बारे में लिखी गई बातों के अलावा समाज में उनके लिए बनाई गई धारणा पर भी टिप्पणी की। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास में हमेशा एक धारणा रही है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम हैं। न्यायाधीश ने कहा कि ऐसी परंपराएं युगों से चली आ रही हैं। उन्होंने विश्व के कुछ विख्यात और इतिहास बदलने वाली महिलाओं का जिक्र भी किया।

न्यूज सत्रोत आईएएनएस

Share this story