छठ व्रती महिलाएं मांग में क्यों भरती हैं लंबा सिंदूर
कल से छठ का महापर्व आरंभ हो चुका हैं यह पर्व बहुत ही खास माना जाता हैं छठ पूजा में महिलाएं छठ मैया की पूजा कर व 36 घंटे निर्जला व्रत रखकर अपने बच्चों की सुख समृद्धि व अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। करवाचौथ के व्रत की तरह ही इस दिन भी महिलाएं पूरी तरह से सजती संवरती हैं इस पर्व में खास बात यह होती हैं कि पूजा करते वक्त सुहागिनें नाक से लेकर माथे की मांग के अंतिम छोर तक लंबा सिंदूर भरती हैं चाहे यह देखने में आपको अजीब लग सकता हैं मगर इसके पीछे कई तरह की मान्यताएं भी जुड़ी हुई मानी जाती हैं तो आज हम आपको उन मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं। बता दें कि ये व्रत संतान की रक्षा के साथ साथ सुहाग की सुरक्षा के लिए भी होता हैं सिंदूर न केवल सुहाग की बल्कि सौभाग्य की भी निशानी होता हैं जिससे घर में सुख शांति भी बनी रहती हैं। वही ऐसा माना जाता हैं कि पूजा के दौरान महिलाएं पीले रंग का जितना लंबा व गाढ़ा सिंदूर लगाती हैं उतनी ही लंबी उनके पति की उम्र होती हैं वही छठ की मान्यताओं के मुताबिक मांग का सिंदूर बालों में छिप जाता हैं जिससे पति की उन्नति के मार्ग में रुकावट आती हैं और उसका सम्मान कम होता हैं इसलिए पूजा के दौरान महिलाएं लंबा सिंदूर लगाती हैं जिससे उनके पति का सम्मान बना रहे व उन्नति के मार्ग हमेशा ही खुले रहें। वही पूजा के दौरान लंबा सिंदूर लगाने से पति के साथ घर में भी सुख समृद्धि बनी रहती हैं।