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अब जो आप सोचोगे वह पढ़ा जा सकेगा, नई खोज के बारे में जानिए

जयपुर। अब तक कुछ भी सोचते रहते थे और कोई यह नहीं जान पाता था कि हमारे दिमाग में क्या चल रहा होता है। अक्सर लड़कियों को देखते ही दिमाग में रेशमी ख़याल पनपने लगते हैं। लेकिन अब मनचलो की खैर नहीं, क्योंकि दिमाग को पढ़ने वाली तकनीक जल्द ही उपकरण का रूप लेने वाली
अब जो आप सोचोगे वह पढ़ा जा सकेगा, नई खोज के बारे में जानिए

जयपुर। अब तक कुछ भी सोचते रहते थे और कोई यह नहीं जान पाता था कि हमारे दिमाग में क्या चल रहा होता है। अक्सर लड़कियों को देखते ही दिमाग में रेशमी ख़याल पनपने लगते हैं। लेकिन अब मनचलो की खैर नहीं, क्योंकि दिमाग को पढ़ने वाली तकनीक जल्द ही उपकरण का रूप लेने वाली है। बस फिर आपके दिमाग में जो भी खिचड़ी पकेगी वह सामने वाला समझ जाएगा।अब जो आप सोचोगे वह पढ़ा जा सकेगा, नई खोज के बारे में जानिए

जी हां, यह यंत्र लगभग तैयार हो चुका है। इस उपकरण की मदद से दिमाग की खुराफात को पल में पकड़ा जा सकेगा। इस उपकरण की सहायता से बुरी यादों का भी सफाया किया जा सकेगा। दिमाग की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखने वाला यह यंत्र मेसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है।  अब जो आप सोचोगे वह पढ़ा जा सकेगा, नई खोज के बारे में जानिए

हम आपको बता दे कि यह एक खास किस्म का कंप्यूटर सिस्टम है, जो दिमाग में पनप रहे विचारों को शब्दों का रूप देता है। यानी इस उपकरण से आपके दिमाग के ख़यालों को किसी लेख की तरह लिखा जा सकेगा। इतना ही नहीं इस सिस्टम को सिर पर पहना जा सकेगा।अब जो आप सोचोगे वह पढ़ा जा सकेगा, नई खोज के बारे में जानिए

शोधकर्ताओं ने दावा किया हैं कि अगर किसी के सिर पर इस उपकरण को पहना दिया जाए तो उसके दिमाग में चल रही सारी बातें मालूम की जा सकती हैं। हम आपको बता दे कि इस उपकरण को विकसित करने में भारतीय मूल के वैज्ञानिक अर्नव कपूर का अहम योगदान है। इस उपकरण में लगे इलेक्ट्रोड जबड़े और चेहरे के संकेतों से न्यूरोमालिक्यूलर सिग्नल को पकड़कर उन्हें शब्दों में बदल देते हैं। तो अब से सोच समझकर सोचिएगा।

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