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क्या भारत की सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को मिल पाएगी रफ्तार

देश में अर्थव्यवस्था के सुस्ती से बाहर निकलने के संकेत मिले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां दिसंबर 2019 में दूसरे महीने फिर से बढ़ी है। सरकार ने 5 फीसदी की दर से अर्थव्यवस्था बढ़ने का अनुमान जताया है। आम बजट में सीतारमण देश की अर्थव्यवस्था की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए घोषणा कर सकती हैं।
क्या भारत की सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को मिल पाएगी रफ्तार

भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी खबर है। देश में अर्थव्यवस्था के सुस्ती से बाहर निकलने के शुरुआती संकेत मिले हैं। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज गतिविधियां दिसंबर 2019 में लगातार दूसरे महीने बढ़ी है। सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 में अर्थव्यवस्था के 5 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है, जो कि एक दशक का सबसे कम आंकड़ा है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2020 को बजट पेश करने जा रही है।

क्या भारत की सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को मिल पाएगी रफ्तार ऐसा माना जा रहा है कि इस आम बजट में सीतारमण देश की अर्थव्यवस्था की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देने की घोषणा कर सकती हैं। इधर, देश के औद्योगिक उत्पादन में लगातार दूसरे महीने पॉजिटिव ग्रोथ देखने को मिली है। 4  माह के दौरान पहली बार औद्योगिक उत्पादन नवंबर के महीने में तेजी रही है। इसमें मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और बिजली का योगदान रहा है। दूसरे महीने लगातार इसमें भारी इजाफा हुआ है। गिरावट के दौर के बाद उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। भारत का कुल निर्यात अभी भी पीछे चल रहा है।

क्या भारत की सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को मिल पाएगी रफ्तार

सालाना बेस पर दिसंबर के महीने में 1.8 प्रतिशत की निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। विश्लेषकों ने तर्क दिया है कि निर्यात में गिरावट का प्रमुख कारण इंजीनियरिंग सामान के निर्यात में कमी आना है। इसकी देश के गैर तेल निर्यात में एक तिहाई हिस्सेदारी है। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज सेक्टर की गतिविधियां दिसंबर के महीने में तेजी से बढ़ी है। दिसंबर के महीने में 5 माह के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधियों का सूचकांक सबसे ऊंचे पायदान पर रही। सर्विसेज बीएमआई इंडेक्स दिसंबर के महीने में 53.3 पर पहुंच गया जो वंबर के महीने में 52.7 के स्तर पर था।

देश में अर्थव्यवस्था के सुस्ती से बाहर निकलने के संकेत मिले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां दिसंबर 2019 में दूसरे महीने फिर से बढ़ी है। सरकार ने 5 फीसदी की दर से अर्थव्यवस्था बढ़ने का अनुमान जताया है। आम बजट में सीतारमण देश की अर्थव्यवस्था की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए घोषणा कर सकती हैं। क्या भारत की सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को मिल पाएगी रफ्तार

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