क्यों विराजमान हैं शिव की मूर्ति के आगे नंदी महाराज, जानिए इसका कारण
आपको बता दें,कि हिंदू धर्म में जिस तरह से भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना और दर्शन का विशेष महत्व होता हैं ठीक उसी तरह से नंदी महाराज के दर्शन करना भी मनुष्य के लिए बहुत ही लाभकारी और फलदायी माना जाता हैं। अक्सर हमने देखा हैं। कि मंदिरों में शिव की प्रतिमा के सामने नंदी जी की प्रतिमा अवश्य ही बनी रहती हैं। वही यह भी कहा जाता हैं,कि जिस भी स्थान पर भगवान शिव विराजमान हैं उसके ठभ्क सामने नंदी महाराज की भी मूर्ति विराजमान होती हैं। वही जिस तरह से भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना का महत्व होता हैं उसी तरह से नंदी के दर्शान और पूजा से भी व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता हैं। वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भगवान शिव की मूर्ति के ठीक सामने नंदी की मूर्ति क्यों विराजमान होती हैं।
आपको बात दें,कि इसके पीछे एक पौराणिक कथा हैं जिसकी वजह से भगवान शिव के ठीक सामने नंदी महाराज विराजमान रहते हैं। वही हर व्यक्ति के दिल में कुछ ना कुछ इच्छाएं और मनोकामनाएं भी अवश्य ही होती हैं जिसको पूरा करने के ख्वाब वो हमेशा ही देखता रहता हैं।
वही अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए वह व्रत उपवास आदि को भी करता हैं। लेकिन अगर फिर भी आपकी मनोकामना पूर्ण नहीं हो पाती हैं तो आज हम आपको एक सरल उपाय बताने जा रहे हैं। जिसे अपनाकर आप अपनी सारी मनोकामना पूरी कर सकते हैं बता दें,कि नंदी महाराज को भगवान भोलेनाथ का दूत माना जाता हैं और हर शिव मंदिर के बाहर नंदी की मूर्ति रखी जाती हैं। वही शास्त्रों के मुताबिक नंदी के कानों में अपनी मनोकामना या फिर इच्छा को बोलने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।