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क्या आपको पता है छुट्टियों में सबसे ज्यादा लोगों को मरने का मन करता है

अक्सर जब छुट्टियों का सीजन आता है तो लोग हॉलीडेज प्लान करते हैं और यह दौर लोगों के एंजॉयमेंट और खुशा के पलों का गवाह बनता है। मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए ये समय चिंता और अकेलापन लेकर आता है। आपको ये बात जानकर हैरानी होगी लेकिन एक धारणा ऐसी भी है
क्या आपको पता है छुट्टियों में सबसे ज्यादा लोगों को मरने का मन करता है

अक्सर जब छुट्टियों का सीजन आता है तो लोग हॉलीडेज प्लान करते हैं और यह दौर लोगों के एंजॉयमेंट और खुशा के पलों का गवाह बनता है। मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए ये समय चिंता और अकेलापन लेकर आता है। आपको ये बात जानकर हैरानी होगी लेकिन एक धारणा ऐसी भी है कि छुट्टियों के समय आत्महत्या की दरें ज्यादा होती हैं।

1970 के दशक में अमेरिका में 188,047 आत्महत्याओं का एक बड़ा अध्ययन यह बताता है कि कुछ छुट्टियां जैसे मेमोरियल डे, थैंक्सगिविंग और क्रिसमस पर आत्महत्या का असामान्य जोखिम बना रहता है, जबकि अन्य छुट्टियों जैसे न्यू ईयर, श्रम दिवस आदि में छुट्टी से पहले कम और छुट्टी के बाद आत्महत्या का ज्यादा रिस्क बना रहता है।

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अमेरिका में आत्महत्या की रोकथाम के लिए अमेरिकी फाउंडेशन एक दशक से भी ज्यादा समय से आत्महत्या की दर पर नजर रख रही है और उसी के द्वारा कलेक्ट किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल में आत्महत्या की दरें सबसे ज्यादा पाईं जाती हैं, और ये दरें आम तौर पर सर्दियों के महीनों में औसत से नीचे पाईं जाती हैं।

वहीं दिसंबर में सबके कम आत्महत्याएं दर्ज की गईं। हालांकि यह मिथ की छुट्टियों के समय में आत्महत्याएं सबसे ज्यादा होती हैं, वो अब भी पूरी तरह से साफ नहीं है। एक ऐसी अवस्था जिसके कारण छुट्टियों के दौरान आत्महत्या का जोखिम बढ़ता है, इसे सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर कहा जा सकता है।

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वैसे इस मिथ के पीछे का एक कारण मीडिया कवरेजेज भी हो सकती हैं। एक स्टडी कहती है कि साल 2009 में पब्लिश्ड 50 प्रतिशत सुसाइड आर्टिकल्स इस बात की ओर इशारा कर रहे थे कि हॉलीडे सीजन्स में ही सुसाइड्स सबसे ज्यादा होती हैं। इस मिथ से जुड़े कुछ तथ्य भी सामने आते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में साल 2013 में 41,149 आत्महत्याएं हुईं, और उनमें से 80 प्रतिशत पुरुष थे। वैसे इस डाटा के जरिए ये भी पाया गया कि महिलाएं आत्यहत्या के दौरान कम घातक तरीकों का इस्तेमाल करती हैं, उदाहरण के लिए किसी गन की जगह घातक दवाई का उपयोग करना और उनके आत्महत्या के प्रयास अक्सर गैर-हानिकारक होते हैं।

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वहीं ये आत्महत्याएं 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम हैं। इसके साथ ही एक और फैक्टर सामने आया है कि सुसाइड्स हफ्ते की शुरूआत यानी सोमवार या मंगलवार के दिन में ज्यादा स्पॉट की जाती हैं। इससे ये साबित होता है कि वीकेंड्स के दौरान सोशल इन्टरेक्शन सुसाइड के रिस्क को कम करता है।

हालांकि नेशनल हॉलीडेज के आस-पास सुसाइड या डिप्रेशन की तीव्रता में कोई स्पष्ट वृद्धि नहीं होती है। वैसे अगर ये सिर्फ एक सोच है जो कि सत्य नहीं है तो ये सुसाइड को रोकने के प्रयासों को उस समय प्रभावित कर सकती है, जब इस प्रयासों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

 

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