सारे जहां की फिक्र लेना बन गई है आदत जाने कैसे जा रहे हैं आप दूसरों की वजह से तनाव में ।
जयपुर । आपने वह कहावत तो सुनी ही होगी काजी जी दुबले क्यों शहर की फिकर में । इसका मतलब है की कोई आदमी इतना ज्यादा बीमार क्यों है ? क्योंकि वह सारे शर की फिक्र रखता है दूसरों का तनाव भी वह खुद ले रहा है । आज हर कोई तनाव में है । यहाँ तक की बच्चे तक भी जो बच्चा पैदा होता है वह भी आज तनाव का शिकार है । इतनी कठिनाइयों भरी ज़िंदगी में जहां लोगों को अपनी समस्याएँ ही पूरी नहीं होती है वहाँ पर लोग दूसरों की डिककटेन ले बैठते हैं । आइये जानते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें ।
आपकी यह दूसरों की फिक्र करने की आदत दूसरों का तनाव ल्हुद लेने की आदत आपको बीमार बना देती है और आपको इस बात का पता भी नहीं चलता है । आपको ऐसा लगता है की आपको ऐसे कोई समस्या नही है आप दूसरों की की परेशानी को गले नहीं लगा रहे हैं । तो आप इन बातों से जान सकते हैं की कैसे जो परेशानी आप ले रहे वह दूसरों की है ।
तनाव में हैं, लेकिन आपको पता नहीं है कि आपके तनाव का कारण क्या होता है। आपके तनाव का कारण आपके काम का दबाव नहीं होता बल्कि किसी अन्य व्यक्ति के जीवन का तनाव होता है ।
आप काम को पूरा करने के लिए जल्दबाजी करते हैं। काम को समय पर पूरा करने का दबाव आपको तनाव का शिकार बना देता है। यह बताता है की आप सेकेंड यानि दूसरों के तनाव के शिकार हैं ।
आपा दिमाग बहुत ज्यादा जल्दी नकरतमकता को अपना लेता है । किसी भी बात का स्ट्रेस बहुत जल्दी हो जाता है जो की यह बताता है की अप किसी और के तनाव को अपना रहे हैं ।