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सपने जब टूट जायें और अपने जब रूठ जायें तो, बहुत तकलीफ होती है

जयपुर। आपने अक्सर देखा होगा कि हर इंसान अपने जीवन में कभी न कभी सपने जरुर देखकता है। फिर वे चाहे सोते हुए हो या फिर अपने भविष्य की कामनाओं को लेकर हों। लेकिन हर इंसान अपने जीवन में सपने जरुर देखता है। तथा उन्हें पुरा करने के लिए हर संभव प्रयत्न भी करता है।
सपने जब टूट जायें और अपने जब रूठ जायें तो, बहुत तकलीफ होती है

जयपुर। आपने अक्सर देखा होगा कि हर इंसान अपने जीवन में कभी न कभी सपने जरुर देखकता है। फिर वे चाहे सोते हुए हो या फिर अपने भविष्य की कामनाओं को लेकर हों। लेकिन हर इंसान अपने जीवन में सपने जरुर देखता है। तथा उन्हें पुरा करने के लिए हर संभव प्रयत्न भी करता है। लेकिन कुछ लोगों के सपने तो पुरे हो जाते हैं तो वहीं कुछ लोगों के सपने अधुरे रह जाते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि जब बुरा समय आता है तो अपने भी साथ छोड देते हैं। तथा बुरे समय में कोई साथ नहीं देता। किसी से सच ही कहा है। सपने टूट जायें और अपने रुठ जाएं तो बहुत तकलीफ होती है। आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में कुछ ऐसी मोटीवेशनल शायरियां लेकर आए हैं जो आपको इन दोनोेंम परिस्थियों में ही धौर्य से काम लेने की प्ररणा देंगी।

सपने जब टूट जायें और अपने जब रूठ जायें तो, बहुत तकलीफ होती है

ऐसी जिंदगी जीने का मज़ा क्या जिसमें दिल टूटा हो,

ऐसी मोहब्बत ही क्या जिसमें कोई भरोसा न हो।

बड़े नादान हैं वो लोग जो इस दौर में भी वफ़ा की उम्मीद करते हैं,

यहाँ तो दुआ क़बूल ना होने पर लोग भगवान बदल दिया करते हैं।

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