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क्या है फाइलेरिया का घरेलू उपाय किस तरह से रोके इस बीमारी को बढ्ने से ?

जयपुर । भारत में यह बीमारी दूसरे नंबर पर शारीरक विकलांगता का कारण है । इस बीमारी से अब तक 65 करोड् लोग पीड़ित हो चुके हैं । इस बीमारी के कारण लोग मृत के समान जीवन यापन करते हैं । फाइलेरिया को हाथी पाँव की बीमारी भी कहा जाता है । यह बीमारी ज़्यादातर
क्या है फाइलेरिया का घरेलू उपाय किस तरह से रोके इस बीमारी को बढ्ने से ?

जयपुर । भारत में यह बीमारी दूसरे नंबर पर शारीरक विकलांगता का कारण है । इस बीमारी से अब तक 65 करोड् लोग पीड़ित हो चुके हैं । इस बीमारी के कारण लोग मृत के समान जीवन यापन करते हैं । फाइलेरिया को हाथी पाँव की बीमारी भी कहा जाता है । यह बीमारी ज़्यादातर गाँव के लोगों में देखि जाती है । उसका एक मुकया कतरन होता है की वह खुले में स्पोते हैं । पर हाँ इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है की यह शहरी लोगों को नहीं होती । असल में यह बीमारी मच्छर के काटने के कारण होती है /। ऐसे में बारिश के मौसम में खास तऔर पर ध्यान रखा जाना बहुत ही जरूरी होता है ।क्या है फाइलेरिया का घरेलू उपाय किस तरह से रोके इस बीमारी को बढ्ने से ?
इस बीमारी का इलाज़ इसकी रोकथाम है । पर कुछ घरेलू उपायों के साथ इस बीमारी से लड़ा जा सकता है ।आइये जानते हैं क्या किया जाये की इस बीमारी पर हम जीत हासिल कर सकें ।
लौंग :- यह फाइलेरिया के उपचार के लिए बहुत प्रभावी घरेलू नुस्खा है। लौंग में मौजूद एंजाइम परजीवी के पनपते ही उसे खत्म कर देते हैं और बहुत ही प्रभावी तरीके से परजीवी को रक्त से नष्ट कर देते हैं। रोगी लौंग से तैयार चाय का सेवन कर सकते हैं।क्या है फाइलेरिया का घरेलू उपाय किस तरह से रोके इस बीमारी को बढ्ने से ?
काले अखरोट का तेल :- काले अखरोट के तेल को एक कप गर्म पानी में तीन से चार बूंदे डालकर पिएं। इस मित्रण को दिन में दो बार पिया जा सकता है। अखरोट के अंदर मौजूद गुणों से खून में मौजूद कीड़ों की संख्या कम होने लगती है और धीरे धीरे एकदम खत्म हो जाती है। जल्द परिणाम के लिए कम से कम छह हफ्ते प्रतिदिन इस उपाय को करें।
रोजाना गरम पानी के साथ डिटोल दाल कर घाव को और हाथ पैरों को साफ किया जाना बहुत जरूरी है ऐसा करना उसके किटाणुओं को खत्म करता है ।क्या है फाइलेरिया का घरेलू उपाय किस तरह से रोके इस बीमारी को बढ्ने से ?
फाइलेरिया से निजात के लिए सूखे अदरक का पाउडर या सोंठ का रोज गरम पानी से सेवन करें। इसके सेवन से शरीर में मौजूद परजीवी नष्ट होते हैं और मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।
कुल्ठी( एक प्रकार की दाल है जिसका उपयोग पथरी ठीक करने में भी किया जाता है ) या हॉर्स ग्राम :- में चींटियों द्वारा निकाली गई मिट्टी और अंडे की सफेदी मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। इस लेप को प्रतिदिन प्रभावित स्थान पर लगाएं, सूजन से आराम मिलेगा।क्या है फाइलेरिया का घरेलू उपाय किस तरह से रोके इस बीमारी को बढ्ने से ?
शंखपुष्पी और सौंठ के पाउडर में रॉक साल्ट मिलाकर, एक एक चुटकी रोज दो बार गरम पानी के साथ लें।

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