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क्या है आखिर ये बायो टॉयलेट? स्वच्छ रहना है तो आज जान ही लीजिए

जयपुर। इन दिनों भारत में चल रहे स्वच्छता अभियान की गूंज सारी दुनिया में सुनाई दे रही है। जी हां, दरअसल इन दिनों खुले में शौच की कुरीति को बदलने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि फ्लश टॉयलेट भी वातावरण को कोई खास फायदा नहीं पहुंचा रहे हैं।
क्या है आखिर ये बायो टॉयलेट? स्वच्छ रहना है तो आज जान ही लीजिए

जयपुर। इन दिनों भारत में चल रहे स्वच्छता अभियान की गूंज सारी दुनिया में सुनाई दे रही है। जी हां, दरअसल इन दिनों खुले में शौच की कुरीति को बदलने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि फ्लश टॉयलेट भी वातावरण को कोई खास फायदा नहीं पहुंचा रहे हैं। उल्टा इनका गंदा पानी भी रिस रिस के धीरे धीरे धरती के पानी को मैला कर देता है। ऐसे में हाल ही में भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन तथा भारतीय रेलव ने मिलकर एक नया शौचालय विकसित किया है। जी हां, दोस्तो बायो टॉयलेट की ही हम आज बात करने वाले हैं।क्या है आखिर ये बायो टॉयलेट? स्वच्छ रहना है तो आज जान ही लीजिए

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दरअसल फ्लश शौचालय को पूरे 100 साल हो जाने के बाद भी इस वक्त दुनिया में सिर्फ 15% लोग ही इसे यूज कर रहे हैं। बाकी तो खुले में ही निपट रहे हैं। भारत के देहाती इलाकों में तो यह संख्या केवल ऊंगली पर गिनने लायक जितनी ही हैं। इसी वजह से अब भारतीय रेलवे ने मल से सम्बंधित सभी काम स्वाचित मशीनों से ही कराने का फैसला किया है। साथ ही अब रेल में बायो टॉयलेट्स या जैविक शौचालयों ही लगाए जाएंगे।क्या है आखिर ये बायो टॉयलेट? स्वच्छ रहना है तो आज जान ही लीजिए

डिब्रूगढ़ राजधानी ट्रेन दुनिया की पहली बायो वैक्यूम टॉयलेट युक्त ट्रेन है। तो चलिए जानते है कि आखिर इस बायो शौचालय में कौनसी तकनीक काम करती है। बता दे कि बायो टॉयलेट्स में शौचालय के नीचे बायो डाइजेस्टर कंटेनर में खास तरह के एनेरोबिक बैक्टीरिया होते हैं। ये जीवाणु मानव के मल को सड़ाकर उसे पानी और मीथेन गैस में तब्दील कर देते हैं। इसके बाद यह पानी रिसाइकिल करके दुबारा उन्हीं शौचालयों में इस्तेमाल किया जा सकता है।क्या है आखिर ये बायो टॉयलेट? स्वच्छ रहना है तो आज जान ही लीजिए

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तो इस तरह ना तो प्रदूषण बढ़ता है, और ना ही पर्यावरण को कोई नुकसान पहुचंता है। फिलहाल तो रेलवे में शौचालय की हालत से सभी भलिभांति परिचित हैं। इसी वजह से यह नया आविष्कार किया गया है। आशा है कि अब आप भी बायो टॉयलेट के बारे में जान गए होंगे। और इसे जल्द ही इस्तेमाल करेंगे।

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