क्या काम आती है हाइड्रोथेरेपी क्या हो सकते हैं इसके नुकसान
जयपुर । आज कल बीमारियों का इलाज़ ना जाने क्या क्या तरह का आ गया है बीमारियाँ भी कई तरह की हो रही है उनको ठीक करने के लिए उनका इलाज़ भी उसी तरह से किया जा रहा है । आज जितनी पेचीदा बीमारी उसके लिए इलाज़ का तरिका भी वैसा भी खोजना पड़ता है । कैंसर की बीमारी का इलाज़ करन्मे के लिए कीमो थेरेपी से इलाज़ किया जाता है । कभी कोई हड्डी की बीमारी हो तो फिजियो थेरेपी ली जाती है ।
आज हम बात कर रहे हैं हाइड्रो थेरेपी के बारे में । हाइड्रो थेरेपी फिजियोथेरेपी का ही एक हिस्सा है । या कई बीमारियों का इलाज़ करने के लिये काम में ली जाती है । इतना ही नही इसका उपयोग सामान्य जीवन में भी खुद को स्वस्थ रखने के लिए कम में लिया जाता है । आइये जानते हैं क्या है हाइड्रो थेरेपी और इससे जुड़ी जानकारी के बारे में ।
हाईड्रोथेरेपी में व्यक्ति को रोगमुक्त करने हेतु पानी का उपयोग किया जाता है। यह शायद उपचार के सभी तरीकों में सबसे पुराना तरीका है। इसके रोगी के घुटने व जोड़ों के दर्द का इलाज किया जा सकता है। इस इलाज से रोगी को जल्द ही आराम मिलता है।
इस पद्धति से होने वाले फायदे :-
- जोड़ों के दर्द से छुटकारा- यदि कोई व्यक्ति जोड़ों के दर्द से पीड़ित है तो वह हाईड्रोथेरेपी की मदद से जोड़ों में होने वाला दर्द दूर कर सकता है। यह बहुत ही असरकारी प्रक्रिया होती है जो की दर्द को कम करने में मदद करती है।
- विकलांगता में कारगर- विकलांगता को दूर करने में भी हाइड्रोथेरेपी की मदद ली जा सकती है यह गंभीर से गंभीर विकलांगता को दूर करने में सहायक होता है।
- विकारों से राहत दिलाये – हाइड्रोथेरेपी के द्वारा शरीर के विकारों को दूर किया जा सकता है। साथ ही यह शरीर के अन्य दर्द को भी ठीक करने में मदद करता है।
- मांसपेशियों में सुधार-हाईड्रोथेरेपी मांसपेशियों में सुधार लाने का कार्य करती है। साथ ही इसके उपचार से त्वचा में रंगत भी आती है और यह कोशिकाओं को भी हाइड्रेट रखने में मदद करता है जो शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
- रोगों से लड़ने की शक्ति – हाईड्रोथेरेपी शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने में मदद करती है। जिससे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। साथ ही इसके द्वारा आप अपने कार्यो को बेहतर तरीके से कर पाते है।
- पाचन क्रिया को बनाये बेहतर – इस प्रक्रिया के द्वारा पाचन क्रिया भी अच्छी हो जाती है। जिससे पेट से जुड़ी समस्याएं नहीं होती है। और यह मेटाबॉलिज्म को भी मजबूत बनाने का कार्य करता है।
- मिर्गी रोग – इस पद्धति के द्वारा मिर्गी को भी ठीक किया जा सकता है। यह thेरेपी इस बिमारी में बहुत ही मददगार होती है। साथ ही इसके उपचार से मधुमेह रोगियों को भी राहत मिलती है।
क्या हो सकते हैं इस पद्धति के नुकसान :-
- इस पद्धति में काम में ली जाने वाली कुछ तकनीक से शरीर के आंतरिक अंगों में इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है ।
- इस पद्धति के कारण स्किन इन्फेक्शन का खतरा बहुत ज्यादा रहता है ।
- कई बार स्किन एलर्जी का भी यह बड़ा कारण बन जाता है क्योंकि इसमे पानी में तेल और औषधियाँ मिलाई जाती है ।
- ठंडे पानी ,बहुत ज्यादा गरम पानी का भी स्किन पर बुरा प्रभाव पड़ता है । कभी स्किन का जालना कभी स्किन का ठंडे पानी के कारण परेशानी बढ़ जाना बीमार कर देना जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।