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क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

हेयर स्ट्रेटनिनंग में हेयर रीबिल्डिंग होती है। इसमें जो केमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं वे बालों के शैफ्ट के बॉन्ड को हमेशा के लिए तोड़ देते हैं। इन्हें हीट करके फिर से बनाया जाता है। इसके बाद जो नए बॉन्ड बनते हैं उन्हें जोड़ने के लिए केमिकल लगाया जाता है।स्ट्रेटनिंग की प्रक्रिया में बालों को ज्यादा नुकसान पहुंचता है। केमिकल्स और बालों के नैचरल बॉन्ड से छेड़छाड़ बालों को कमजोर बनाती है।
क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

जयपुर । बालों को ले कर आज के समय में लोग न जाने क्या क्या एक्सपेरीमेंट्स करते रहते हैं । कभी बालों को रंगते हैं  कभी बालों को कृमिंग , कभी ब्लीच करते हैं , कभी बालों को ड्रायर करवाते हैं , कभी बालों को स्ट्रेटनिंग करवाते हैं । पर इन सभी से बाल खराब हो जाने का डर लगा ही रहता है । या हम यह भी कह सकते हैं की इन सभी से बाल खराब हो ही जाते हैं ।क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

आज हम बात कर रहे हैं की बालों के बेहतरी के लिए क्या किया जाना सही होगा इस बारे में । बहुत ही कम लोगों को पता होता है की बालों पर क्या किया जाना सही होगा  । उन पर हिट का असर क्या होता है और कृमिंग का असर क्या होता है ? आइये जानते हैं आज की आखिर बालोंके लिए क्या है बेहतर ?क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

हेयर स्मूदनिंग एक केमिकल प्रक्रिया है जिसमें बालों को फॉर्मेल्डिहाइड सॉल्यूशन में सैचुरेट किया जाता है। सैचुरेशन के बाद इन्हें हीटिंग आयरन से स्ट्रेट करके सुखाया जाता है। स्मूदनिंग से स्किन, आंखों और सांस की नली के ऊपरी हिस्से में जलन हो सकती है।क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

हेयर स्ट्रेटनिनंग में हेयर रीबिल्डिंग होती है। इसमें जो केमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं वे बालों के शैफ्ट के बॉन्ड को हमेशा के लिए तोड़ देते हैं। इन्हें हीट करके फिर से बनाया जाता है। इसके बाद जो नए बॉन्ड बनते हैं उन्हें जोड़ने के लिए केमिकल लगाया जाता है। इसे थर्मल रिकंडिशनिंग भी कहते हैं।क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

स्ट्रेटनिंग की प्रक्रिया में बालों को ज्यादा नुकसान पहुंचता है। केमिकल्स और बालों के नैचरल बॉन्ड से छेड़छाड़ बालों को कमजोर बनाती है।

हेयर स्ट्रेटनिनंग में हेयर रीबिल्डिंग होती है। इसमें जो केमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं वे बालों के शैफ्ट के बॉन्ड को हमेशा के लिए तोड़ देते हैं। इन्हें हीट करके फिर से बनाया जाता है। इसके बाद जो नए बॉन्ड बनते हैं उन्हें जोड़ने के लिए केमिकल लगाया जाता है।स्ट्रेटनिंग की प्रक्रिया में बालों को ज्यादा नुकसान पहुंचता है। केमिकल्स और बालों के नैचरल बॉन्ड से छेड़छाड़ बालों को कमजोर बनाती है। क्या है रिबोंडिंग क्या होता है इसका बालों पर असर

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