एंटीबायोटिक्स के बाद किन फूड का सेवन करना है सेहत के लिए अच्छा

जयपुर । एंटीबायोटिक्स का सेवन हमको तब करना पड़ता है जब हमारे शरीर में किसी तरह का कोई इन्फेक्शन हो गया हो । डॉक्टर उस इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए हमको उन दवाओं का सेवन करने की सलाह देते हैं और यह हमारे लिए बहुत ज्यादा जरूरी भी होता है आखिर जब तक इन्फेक्शन खत्म नही होगा हम ठीक कैसे होंगे ?
पर जब भी हम एसी किसी दवाओं का सेवन कर रहे होते हैं उस समय में हमारे खान पान को ले कर हमें सजग रहना भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है। इस तरह की दवाएं हमारे शरीर में बहुत गर्मी पैदा कर देती है जिसको दबाने के लिए और उन दवाओं का असर खत्म न इस बात का ध्यान रख कर भोजन पर ध्यान देने की आवश्यकता हमको बहुत ज्यादा होती है । ऐसे में किस तरह के फूड का सेवन हमको करना चाहिए आइये जानते हैं इस बारे में ।
दही प्रोबायोटिक फूड होते हैं, जिसका सेवन एंटीबायोटिक्स के बाद करना फायदेमंद होता है। दूध से दही बनाई जाती है। इस किण्वन की प्रक्रिया में प्रोबायोटिक्स बैक्टीरिया का इस्तेमाल होता है। इसमें कई बैक्टीरिया होते हैं जो गुट माइक्रोबायोटा को स्वस्थ करने में मदद करते हैं। इसलिए दही का सेवन फायदेमंद होता है।
बादाम का सेवन शरीर में फायदेमंद गुट बैक्टीरिया के लेवल को बढ़ान में मदद करता है। बादाम के सेवन के बाद शरीर की वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है ।
कोकोआ में पॉलीफिनोल एंटीऑक्सीडेंट होता है जो गुट बैक्टीरिया पर प्रिबायोटिक प्रभाव डालते हैं। इसलिए एंटीबायोटिक्स के सेवन के बाद कोकोआ का सेवन फायदेमंद होता है।
लहसुन भी एक प्रिबायोटिक फूड है जिसका सेवन एंटीबायोटिक्स के बाद किया जा सकता है। प्रिबायोटिक नॉन डाइजेस्टिबल कार्ब्स होते हैं जो पाचन तंत्र में प्रोबायोटिक बैक्टीरिया की ग्रोथ में मदद करते हैं ।
रेड वाइन में पॉलीफिनोल एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जिनको कोशिकाओं के जरिए पचाया नहीं जा सकता है। इन्हें सिर्फ स्वस्थ गुट बैक्टीरिया ही पचा सकते हैं। रेड वाइन के सेवन से आंत में बिफीडोबैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है।