क्या हो सकता है हैजा महामारी के रोगी का घरेलू उपायों से भी उपचार ?
जयपुर । हैजा की बीमारी जानलेवा बीमारीब में से एक है ।/ इस बीमारी का मुख्य स्त्रोत दूषित पानी और भोजन होता है । कई बार यह बीमारी भारत देश में महामारी का रूप ले चुकी है । बारिश के मौसम में खाया जाने वाला खाना बहुत ही एटिहाट के साथ में करना चाहिए ।
यह एक महामारी है जी9सका इलाज़ और इस बीमारी से बचाव किया अजाना व्ज्याड़ा जरूरी है नही तो रोगी की मौत भी इसकी वजह से हो सकती है । आइए जानते हैं इस बीमारीब के क्या घरेलू उपाय किए जा सकते है केवसे बचाया जा सकता है रोगी को इस बीमारी के गंभीर प्रकोप से ।
एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़ लें। इसमें एक चम्मच पिसी मिश्री मिलाकर शिकंजी बना लें। प्रतिदिन इसका सेवन आपको हैजा से बचाएगा।
हैजा की आरम्भिक अवस्था है तब भी इसके सेवन से रोग में आराम मिलता है। दिन में तीन बार लेने से हैजा से छुटकारा मिलता है। कपूर हमेशा साथ रखने से भी हैजा अपना असर नहीं दिखाता। भोजन में प्रतिदिन दो कागजी नींबू का सेवन करने से हैजा का का डर नहीं रहता। पुदीना का सत कैरी के पने में डाल कर पीने से हैजा में राहत मिलती है।
तरल पदार्थ अधिक लें (खासकर ओआरएस)।गर्म कम्बल को लपेटें या गर्म पानी से स्नान करें और इसके बाद ठन्डे तौलिये से जोर लगाकर मसलें।बर्फ की थैली या पैक को पेट, गले और रीढ़ की हड्डी पर लगाएँ।शक्कर या नमक मिला नीबू का शरबत उपयोगी होता है।पीने के पहले पानी को उबाल लें।स्वच्छता भरा वातावरण बनाए रखें।