बुधवार की विशेष आरती से करें दिन की शुरुआत
जयपुर। शास्त्रों में बुधवार का दिन बुध ग्रह और भगवान गणेश जी को समर्पित किया गया है। इस दिन इनकी पूजा करने से इनकी कृपा मिलती है। ऐसे ही अगर कुंडली में बुध की स्थिति कमजोर है तो इसके लिए बुधवार के दिन विशेष उपाय करने के साथ ही बुध देव की पूजा अर्चना की जाती है। जिससे इनकी कृपा हमेशा जीवन में बनी रहती है। इसके साथ ही कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है। आज हम भगवान बुध की आरती का वर्णन कर रहें है, इस आरती के गान से बुध देव को प्रसन्न किया जा सकता है।
आरती युगल किशोर की कीजै, तन-मन-धन, न्योछावर कीजै। टेक।
गौर श्याम सुख निरखत रीझै, हरि को स्वरूप नयन भरी पीजै।
रवि शशि कोटि बदन की शोभा, ताहि निरिख मेरो मन लोभा।
ओढ़े नील पीत पट सारी, कुंज बिहारी गिरवर धारी।
फूलन की सेज फूलन की माला, रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला।
मोर-मुकुट मुरली कर सोहे, नटवर कला देखि मन मोहे।
कंचन थार कपूर की बाती, हरि आए निर्मल भई छाती।
श्री पुरुषोत्तम गिरवरधारी, आरती करें सकल ब्रजनारी।
नंदनंदन ब्रजभान किशोरी, परमानंद स्वामी अविचल जोरी।