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डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाज

आज बॉलीवुड के मशहूर फिल्म मेकर, डायरेक्टर और गीतकार विशाल भारद्वाज का जन्मदिन है। विशाल भारद्वाज बॉलीवुड के ऐसे डायरेक्टर है जो मल्टी टैलेंटड है। विशाल भारद्वाज ने अब तक बॉलीवुड को ऐसी ऐसी फिल्में दी है जिसकी वजह से वो टॉप डायरेक्टर की लिस्ट में आते है। आज इस खास मौके पर हम आपको
डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाज

आज बॉलीवुड के मशहूर फिल्म मेकर, डायरेक्टर और गीतकार विशाल भारद्वाज का जन्मदिन है। विशाल भारद्वाज बॉलीवुड के ऐसे डायरेक्टर है जो मल्टी टैलेंटड है। विशाल भारद्वाज ने अब तक बॉलीवुड को ऐसी ऐसी फिल्में दी है जिसकी वजह से वो टॉप डायरेक्टर की लिस्ट में आते है। आज इस खास मौके पर हम आपको विशाल भारद्वाज के बारे में कुछ अनसुनी बाते बताने जा रहे हैं जो इससे पहले शायद ही आपको पता होगा। विशाल भारद्वाज की जिंदगी और काम में वो विलियम शेक्सपीयर और गुलजार के काम से काफी ज्यादा प्रभावित हुए है जिसका असर उन पर साफ दिखाई देता है। विशाल भारद्वाज ने ​शेक्सपीयर की कई सारी कहानियों पर आधारित फिल्मों का निर्माण किया है। जो लोगों ने काफी ज्यादा पसंद भी किया है।डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाज आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विशाल भारद्वाज का जन्म 4 अगस्त उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में हुआ था। उनके पिता बॉलीवुड में गीतकार के रूप में काम कर चुके है। विशाल भारद्वाज ने बहुत छोटी सी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विशाल भारद्वाज ने महज 17 साल की उम्र में ही अपना पहला गाना कंपाज किया था। उस विशाल भारद्वाज ने सबसे पहले गुलजार की मशहूर फिल्म माचिस के लिए गाना कंपोज किया था।डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाज उन्होंने कई गानों के धुन बनाए थे इसके बाद से उनको बॉलीवुड में पहचान मिलनी शुरू हो गई थी। उन्होंने एक से एक गाने को धुन दी, गाने लिखे और। इसके बाद उन्होंने फिल्म मकड़ी से उन्होंने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा है। विशाल भारद्वाज की के निर्देशन में बनी पहली फिल्म मकड़ी थी। जो बच्चों पर आधारित एक फिल्म थी। जिसको लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया था। साथ ही ये उस समय की सबसे मशहूर और बच्चों की पसंदीदा फिल्म थी। फिल्म में मुख्य किरदार के रूप में शबाना आजमी और श्वेता बासु नजर आई थी। डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाजइसके बाद विशाल भारद्वाज ने मकबूल, ओमकारा, द ब्लू अम्ब्रेला, कमीने, सात खून माफ, रंगून और पटाखा और हैदर जैसी फिल्मों का निमार्ण किया। उनकी हर फिल्मों को पसंद किया जाता है। फिल्मों का विषय भी काफी अलग होता है। विशाल क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी भी है लेकिन एक बार उनको क्रिकेट खेलने के दौरान चोट लग गई इसके बाद से उन्होंने क्रिकेट खेलना छोड़ दिया।डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाज अपने काम के लिए विशाल को हमेशा से सम्मानित किया गया है। विशाल को चार अलग अलग श्रेणी में 7 बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उनको पहला राष्ट्रीय पुरस्कार साल 1999 में फिल्म गॉडमदर के लिए बेस्ट म्यूजिक के लिए मिल चुका है।डायरेक्टर नहीं बल्कि क्रिकेटर बनना चाहते थें विशाल भारद्वाज

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