इन नियमों का पालन करते है तो पैसे और तरक्की को कोई नहीं रोक सकता
जयपुर। अगर किसी का भाग्य उसका हमेशा साथ देता है तो इसका कारण उसके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी हो सकता है। हमारे जीवन में चारों ओर के वातवरण का प्रभाव पडता है। हमारे चारों ओर के वातावरण का प्रभाव हमारे भाग्य पर भी पडता है। अगर मन में ओर घर में सकारात्मकता
जयपुर। अगर किसी का भाग्य उसका हमेशा साथ देता है तो इसका कारण उसके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी हो सकता है। हमारे जीवन में चारों ओर के वातवरण का प्रभाव पडता है। हमारे चारों ओर के वातावरण का प्रभाव हमारे भाग्य पर भी पडता है।
अगर मन में ओर घर में सकारात्मकता का निवास रहेगा तो इसके कारण घर या कार्यक्षेत्र पर काम पर प्रभाव पडता है। आज इस लेख में वास्तु के अनुसार कुछ काम बता रहें है जिनको करने से कई परेशानी से बचा जा सकता है।
- घर का उत्तर-पूर्व कोना कभी भी दबा हुआ नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही घर के नैऋत्य दिशा न तो ज्यादा ऊची न ज्यादा नीचे होना चाहिए।
- घरकी चारदीवारी पर बना दरवाजा उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है। चारदीवारी की दीवार बहुत नीची या ऊची नहीं होना चाहिए।
- घर में दक्षिण-पूर्व दिशा में दक्षिण पश्चिम दिशा में या उत्तर-पश्चिम दिशा की दीवार पर घर का मेन दरवाजा नहीं होना चाहिए।
- घर में मंदिर को हमेशा पूर्व या पश्चिम दिशा में बनाएं। मंदिर का निर्माण कभी भी दक्षिण दिशा में न करें।
- घर में पानी के लिए उत्तर दिशा, पूर्व दिशा में होनी चाहिए। इस दिशा में ही कुए की खुदाई करें।
- घर में कभी भी ईशान दिशा में सेप्टिक टैंक या टॉइलट न बनाएं।
- घर में हमेशा मध्य भाग को खुला रखें मध्य भाग में ज्यादा भारी भरकन कोई भी काम न कराएं।
- घर में कोशिश करें की पूर्व दिशा को खुला रखने का जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा पूरे घर में फैल सकें।