पढ़ें मां सरस्वती की आरती और पूजन मंत्र
29 जनवरी 2020 को विद्या की देवी मां सरस्वती को समर्पित वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक वसंत पंचमी का पर्व माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता हैं जो कि इस वर्ष 29 जनवरी को पड़ रही हैं इसी दिन मां सरस्वती ने प्रकट होकर संसार को स्वर प्रदान किया था। वही ऐसा माना जाता हैं कि वसंत पंचमी के दिन देवी मां सरस्वती की आराधना करने से विद्यार्थियों को बुद्धि और विद्या का वरदान प्राप्त होता हैं वसंत पंचमी पर्व पर लोग पीले वस्त्रों को धारण कर देवी मां की आराधना करते हैं वही इस दिन पीले रंग के पकाव बनाने का भी विशेष महत्व होता हैं। वही वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा के समय उनकी आरती करने का विशेष महत्व होता हैं तो पढ़ें मां सरस्वती की पूरी आरती। जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।
सद्गुण, वैभवशालिनि, त्रिभुवन विख्याता ।।जय..।।
चन्द्रवदनि, पद्मासिनि द्युति मंगलकारी।
सोहे हंस-सवारी, अतुल तेजधारी।। जय.।।
बायें कर में वीणा, दूजे कर माला।
शीश मुकुट-मणि सोहे, गले मोतियन माला ।।जय..।।
देव शरण में आये, उनका उद्धार किया।
पैठि मंथरा दासी, असुर-संहार किया।।जय..।।
वेद-ज्ञान-प्रदायिनी, बुद्धि-प्रकाश करो।।
मोहज्ञान तिमिर का सत्वर नाश करो।।जय..।।
धूप-दीप-फल-मेवा-पूजा स्वीकार करो।
ज्ञान-चक्षु दे माता, सब गुण-ज्ञान भरो।।जय..।।
माँ सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावे।
हितकारी, सुखकारी ज्ञान-भक्ति पावे।।जय..।
मां सरस्वती का पूजन मंत्र—
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्॥2॥