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वसंत पंचमी पर इस मुहूर्त में करें मां सरस्वती की पूजा

वसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता हैं इस दिन विशेष रूप से देवी सरस्वती के प्रतीक स्वरूप पुस्तक और लेखनी की पूजा का विधान होता हैं मां सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, विज्ञान और शिल्प कला की देवी माना जाता हैं इस दिन को श्रीपंचमी और सरस्वती पूजा के नाम से जाना जाता हैं। इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व होता हैं।
वसंत पंचमी पर इस मुहूर्त में करें मां सरस्वती की पूजा

विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना का दिन वंसत पंचमी इस साल 29 जनवरी को मनाया जाएगा। वसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता हैं इस दिन विशेष रूप से देवी सरस्वती के प्रतीक स्वरूप पुस्तक और लेखनी की पूजा का विधान होता हैंRelated image मां सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, विज्ञान और शिल्प कला की देवी माना जाता हैं इस दिन को श्रीपंचमी और सरस्वती पूजा के नाम से जाना जाता हैं। इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व होता हैं स्नान के बाद दानपुण्य किया जाता हैं। वंसत पंचमी का त्योहार इस वर्ष 29 जनवरी 2020 दिन बुधवार को हैं पंचांग के मुताबिक ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित वसंत पंचमी का पर्व प्रति वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता हैं।Image result for वसंत पंचमी

जानिए पूजन का शुभ मुहूर्त—
29 जनवरी 2020 बुधवार को सुबह 10:38 से दोपहर 12:23 ​बजे तक
मुहूर्त की समयाधि— एक घंटा 46 मिनटRelated image

अगर पंचमी तिथि मध्याह्न के बाद शुरू हो रही हैं तो ऐसी स्थिति में वसंत पंचमी की पूजा अगले दिन की जाएगी। मगर यह पूजा अगले दिन उसी स्थिति में होगी जब तिथि का प्रारंभ पहले दिन के मध्य से पहले नहीं हो रहा हो, वरना पंचमी तिथि पूर्वाह्नव्यापिनी न हो। बाकी सभी परिस्थितियों में पूजा पहले दिन ही होगी।

जानिए पूजन विधि—
सुबह स्नानादि कर पीले वस्त्रों को धारण करें। मां सरस्वती की प्रतिमा को सामने रखें। सबसे पहले कलश स्थापित कर श्री गणेश व नवग्रह की विधिवत पूजा करें। फिर मां सरस्वती की पूजा करें। आचमन व स्नान कराएं। माता का श्रृंगार कर उन्हें सफेद वस्त्र धारण करें। वही प्रसाद के रूप में खीर अथवा दूध से बनी मिठाई अर्पित करें। Related image

वसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता हैं इस दिन विशेष रूप से देवी सरस्वती के प्रतीक स्वरूप पुस्तक और लेखनी की पूजा का विधान होता हैं मां सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, विज्ञान और शिल्प कला की देवी माना जाता हैं इस दिन को श्रीपंचमी और सरस्वती पूजा के नाम से जाना जाता हैं। इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व होता हैं। वसंत पंचमी पर इस मुहूर्त में करें मां सरस्वती की पूजा

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