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कुंडली में हो ऐसे योग तो पड़ोस में परवान चढ़ेगी मोहब्बत

ऐसा कहा जाता हैं कि इश्क और मुश्क छिपाए नहीं छिपते हैं प्यार को किसी सरहद में नहीं बांधा जा सकता हैं ना ही इसमें धन दौलत या उम्र का कोई बंधन होता हैं। कभी कभी मोहब्बत का सिलसिला पड़ोस में परवान चढ़ने लगता हैं तो कभी इसमें सात समंदर पार की सीमाएं भी कोई मायने नहीं रखती हैं। व्यक्ति के जन्म के साथ ही उसके प्यार के योग भी बन जाते हैं।
कुंडली में हो ऐसे योग तो पड़ोस में परवान चढ़ेगी मोहब्बत

प्यार का पर्व यानी वेलेंटाइन डे आज दुनिया भर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा हैं इस मौके पर आज हम आपके लिए वेलेंटाइन डे स्पेशल में कुछ खास लेकर आएं हैं ऐसा कहा जाता हैं कि इश्क और मुश्क छिपाए नहीं छिपते हैं प्यार को किसी सरहद में नहीं बांधा जा सकता हैं ना ही इसमें धन दौलत या उम्र का कोई बंधन होता हैं।कुंडली में हो ऐसे योग तो पड़ोस में परवान चढ़ेगी मोहब्बत कभी कभी मोहब्बत का सिलसिला पड़ोस में परवान चढ़ने लगता हैं तो कभी इसमें सात समंदर पार की सीमाएं भी कोई मायने नहीं रखती हैं। व्यक्ति के जन्म के साथ ही उसके प्यार के योग भी बन जाते हैं कुंडली की ग्रह दशा प्रेम के रिश्ते को आगे बढ़ाकर मंजिल तक पहुंचाती हैं कुंडली में हो ऐसे योग तो पड़ोस में परवान चढ़ेगी मोहब्बतमनुष्य की कुंडली में कुछ योग ऐसे होते हैं जब मनुष्य को अपने पड़ोस में ही प्यार करने की वजह मिल जाती हैं या कभी ऐसा भी होता हैं कि वह इश्क के जुनून में सभी रिश्ते नातों को तोड़कर हर हद को पार कर प्यार में धर्म तक बदल लेता हैं वही कुंडली में कुछ ऐसे खास योग होते हैं जिसे प्यार की इस जुनून के लिए जिम्मेदार माना जा सकता हैं।कुंडली में हो ऐसे योग तो पड़ोस में परवान चढ़ेगी मोहब्बत

अगर किसी मनुष्य की कुंडली के तीसरे या चौथे भाव में मंगल और शुक्र का योग होता हैं तो पड़ोस या एक ही बिंल्डिग में रहने वाले से प्रेम होता हैं अगर इसमें भी बृहस्पति केंद्र या त्रिकोण में होता हैं तो प्रेम संबंध विवाह में बदल जाता हैं नौवे या दसवे भाग में मंगल और शुक्र की युति कुंडली में होती हैं तो प्यार मनुष्य को कार्यस्थल पर प्राप्त होता हैं।Image result for kundali

ऐसा कहा जाता हैं कि इश्क और मुश्क छिपाए नहीं छिपते हैं प्यार को किसी सरहद में नहीं बांधा जा सकता हैं ना ही इसमें धन दौलत या उम्र का कोई बंधन होता हैं। कभी कभी मोहब्बत का सिलसिला पड़ोस में परवान चढ़ने लगता हैं तो कभी इसमें सात समंदर पार की सीमाएं भी कोई मायने नहीं रखती हैं। व्यक्ति के जन्म के साथ ही उसके प्यार के योग भी बन जाते हैं। कुंडली में हो ऐसे योग तो पड़ोस में परवान चढ़ेगी मोहब्बत

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