क्या आप भी इस दिशा में बैठकर खाते हैं खाना, तो हो जाएं सावधान
अगर आपके परिवार में हर दूसरे और तीसरे दिन कोई ना कोई सदस्य बीमार पड़ जाता हैं,तो आपको एक बार अपने घर के वास्तु की तरफ देखना जरूर चाहिए। कई बार गलत वास्तु भी व्यक्ति और उसके पूरे परिवार को प्रभावित करती हैं।
वही रात को सोते वक्त अगर आपका सिर उत्तर दिशा में और पैर दक्षिण दिशा में होता हैं,तो आपको सिरदर्द और निंद ना आने जैसी कई सारी समस्या और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। वही गर्भवती स्त्रियों को गर्भाशय संबंधी समस्या से बचने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा वाले कमरे में ही सोना चाहिए और पूर्वोत्तर दिशा या फिर ईशान कोण वाले बेडरूम का उपयोग ना करें।वही नवजात शिशुाओं का सिर सोते वक्त पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। इसके अलावा इनके लिए पूर्व व पूर्वोत्तर वाला कमरा बेहतर माना जाता हैं।
घर कि यह दिशा बढ़ाता हैं ब्लडप्रेशर—
घर का दक्षिण पूर्व अग्नि से काफी प्रभावित होता हैं,और यहां रहने से ब्ल्डप्रेशर बढ़ता रहता हैं। इसी कारण यह दिशा हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए समस्या लेकर आती हैं। वही अगर आपके घर की दीवारों पर सीलन हैं,तो उसे आज ही सही करवा लें।
वास्तुशास्त्र के मुताबिक सीलन वाली दीवारों से घर में रहने वालें लोगो को सांस व त्वचा से संबंधित कई सारी परेशानियां व समस्याओं के होने की संभावना होती हैं। अगर वही दिक्षण दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करने से पााचन तंत्र से संबंधित कई सारी बीमारी हो सकती हैं। इसीलिए पूर्व या फिर उत्तर दिशा की तरफ ही मुंह करके भोजन करना चाहिए।