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जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियम

व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत एकादशी का होता हैं एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन कि चंचलता समाप्त हो जाती हैं धन और आरोग्य की प्राप्ति होती हैं। वही उत्पन्ना एकादशी का व्रत आरोग्य, संतान प्राप्ति और मोक्ष के लिए किया जाने वाला व्रत होता हैं यह मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता हैं
जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियम

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बहुत ही खास महत्व दिया जाता हैं ऐसा माना जाता हैं कि एकादशी का व्रत सभी व्रतों में श्रेष्ठ होता हैं। व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत एकादशी का होता हैं एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन कि चंचलता समाप्त हो जाती हैं धन और आरोग्य की प्राप्ति होती हैं। जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियमवही उत्पन्ना एकादशी का व्रत आरोग्य, संतान प्राप्ति और मोक्ष के लिए किया जाने वाला व्रत होता हैं यह मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता हैं मौसम और स्वास्थ्य के दृष्टि से इस माह में फल खाना अनुकूल मानाजाता हैं इसलिए इस व्रत में फल को शामिल किया गया हैं। इस बार उत्पन्ना एकादशी 22 नवंबर यानी की आज मनाई जा रही हैं।जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियम

जानिए व्रत को करने के नियम—
यह व्रत दो तरह से रखा जाता हैं निर्जल व्रत और फलाहारी या जलीय व्रत। सामान्यत निर्जला व्रत पूर्ण रूप से स्वस्थ्य व्यक्ति को ही रखना चाहिए। अन्य या सामान्य लोगों को फलाहारी या जलीय व्रत रखना चाहिए। इस व्रत में दशमी को रात्री में भोजन नहीं करना चाहिए। एकादशी को प्रात काल श्रीकृष्ण की पूजा की जाती हैं। इस व्रत में केवल फलों का ही भोग लगाया जाता हैं और बेहतर होगा कि इस दिन केवल जल और फल का ही सेवन किया जाए।जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियम

उत्पन्ना एकादशी के ये काम नहीं करना चाहिए—
तामसिक आहार व्यहार और विचारसे दूर रहें। बिना श्री विष्णु को अर्घ्य दिए हुए दिन की शुरुआत न करें। अर्घ्य केवल हल्दी मिले हुए जल से ही देना चाहिए। रोली या दूध का प्रयोग न करें। अगर स्वास्थ्य ठीक नहीं हैं तो उपवास नहीं रखना चाहिए। केवल प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए।
जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियम

व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत एकादशी का होता हैं एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन कि चंचलता समाप्त हो जाती हैं धन और आरोग्य की प्राप्ति होती हैं। वही उत्पन्ना एकादशी का व्रत आरोग्य, संतान प्राप्ति और मोक्ष के लिए किया जाने वाला व्रत होता हैं यह मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता हैं जानिए उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व और नियम

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