क्रोनिक दर्द में पेन किलर का इस्तेमाल नुकसादायक, इन बातों का ध्यान रखकर करें बचाव
जयपुर।आज के समय में बदली लाइफस्टाइल के कारण कई लोगों को बदन दर्द, कमर दर्द, गर्दन दर्द, सिर में दर्द और घुटनों में दर्द रहने की परेशानी अधिक होती है।ऐसे में लोग इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए पेन किलर दवा का इस्तेमाल करते है।लेकिन ऐसा करना हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
हाल ही में ब्रिटेन के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड केयर एक्सीसिलेंस के शोधकर्ताओं के द्वारा किए गए एक अध्ययन में बताया है कि पेनकिलर के रूप में इस्तेमाली की जाने वाली दवा पैरासिटामोल या आइब्यूप्रोफेन दवाई हमारे शरीर में होने वाले दर्द को दूर करने में मदद करती है
लेकिन अधिक मात्रा में पेन किलर दवाइयां का इस्तेमाल हमारे शरीर को भारी नुकसान पहुंचाने में मदद करता है।साथ ही इससे हमारे शरीर में होने वाली कई बीमारियों के लक्षणों को समझने में भी परेशानी हो सकती है, जिससे हमारे शरीर में कई प्रकार के रोगो का खतरा बढ़ सकता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि शरीर में बढ़ते क्रोनिक पेन के कारण डिप्रेशन की समस्या बढ़ जाती है और इससे हमारा शरीर मानसिक रोगों का शिकार भी आसानी से बन जाता है।ऐसे में आप अपने शरीर को स्वस्थ और क्रोनिक दर्द से दूर रखने के लिए पेन किलर दवा का इस्तेमाल करने के बजाए प्रतिदिन शारीरिक व्यायाम या योगासन का अभ्यास अवश्य करें।
शरीर में दर्द होने के कारण हमारे शरीर में थकान होने लगती है ऐसे में कोई भी काम करने का मन नहीं करता है लेकिन आप दर्द की समस्या को दूर करने के लिए शारीरिक परिश्रम अवश्य करें।