रत्न धारण करने से पहले जरूर ले ज्योतिष सलाह
ज्योतिषशास्त्र और रत्नज्योतिष मानव जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माने जाते हैं रत्नों की सहायता से मनुष्य के जीवन से जुड़ी कई सारी परेशानियों को दूर किया जा सकता हैं, यूं तो रत्न एक किस्म के पत्थर ही होते हैं मगर सभी पत्थर रत्न नहीं कहे जा सकते हैं इस बात को बेहतर ढंग से समझ लिया जाए तो व्यक्ति रत्न को पत्थरों में से छांठकर निकाल सकता हैं। उनकी शिनाख्त कर सकते हैं और फिर उन्हें अपने दैनिक जीवन में बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं तो आज हम आपको रत्नों से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
वही ज्योतिष अनुसार कुछ पत्थर के पदार्थों के गुण चरित्र और विशेषताएं ऐसी होती हैं जिन्हें देखते ही रत्न कह दिया जाता हैं जैसे हीरा, माणिक्य, वैदूर्य, नीलम, पुखराज, पन्ना आदि को लोग रत्नों के नाम से जानते हैं वास्तव में यह सारे पत्थर हैं मगर बेशकीमती पत्थर। रत्न का विशेष अर्थ श्रेष्ठतत्व भी हैं, इसी कारण से इसे खास मनुष्य को उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए रत्न शब्द से विभूषित किया जाता हैं इतना ही नहीं भाग्य परिवर्तन में भी रत्न अपना प्रभाव दिखाता हैं वही भौगोलिक नजरिएं से देखा जाए तो रत्न तीन तरह के होते हैं इनमें पहला रत्न खनिज रत्न होता हैं खनिज रत्न खदानों से मिलता हैं दूसरा जैविक रत्न होता हैं जिन्हें समुद्र से प्राप्त किया जाता हैं और तीसरे रत्न वनस्पति से मिलते हैं हिंदू धर्म ग्रंथों में उच्च कोटि के करीब 84 तरह के रत्न बताए गए हैं। वही रत्नों को धारण करने से पहले हमेशा ही किसी योग्य ज्योतिष से सलाह लेनी चाहिए। उसके बाद ही किसी भी रत्न को पहनना चाहिए। वरना यह आप के जीवन में बुरा असर डाल सकता हैं।